पूर्व विधायक और कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव चिरंजीव राव ने आरोप लगाया कि रेवाड़ी भी “फर्जी” मतदाताओं का केंद्र बन गया है। उन्होंने दावा किया कि रेवाड़ी विधानसभा क्षेत्र में अब तक 32,000 बल्क मतदाता (एक ही पते पर पंजीकृत) और 4,000 डुप्लिकेट मतदाता पाए गए हैं।
उन्होंने सोमवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आरोप लगाया, “यह केवल एक प्रशासनिक त्रुटि नहीं है, बल्कि भाजपा सरकार के संरक्षण में किया गया एक व्यवस्थित घोटाला है। चुनाव आयोग अब एक स्वतंत्र संवैधानिक निकाय के रूप में कार्य नहीं करता, बल्कि भाजपा का एक राजनीतिक हथियार बन गया है। रेवाड़ी में, 2024 के विधानसभा चुनाव में मतदान के बाद लगभग 45 मिनट तक स्ट्रांग रूम में सीसीटीवी कैमरे बंद रहे।”
2024 के चुनावों में निवर्तमान विधायक चिरंजीव राव भाजपा के लक्ष्मण सिंह यादव से 28,000 से अधिक मतों से हार गए।
उन्होंने कहा कि ये सभी बड़ी संख्या में और नकली मतदाता उन 25 लाख “नकली मतदाताओं” का हिस्सा हैं, जिनका ज़िक्र हाल ही में विपक्ष के नेता और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किया था। उन्होंने कहा, “वोट चोरी का मुद्दा सिर्फ़ एक राजनीतिक आरोप नहीं है, बल्कि आँकड़ों और सबूतों से समर्थित एक तथ्य है। लगभग 25 लाख फ़र्ज़ी वोटों का खुलासा लोकतंत्र पर सीधा हमला है और चुनावी प्रक्रिया की ईमानदारी और निष्पक्षता पर गंभीर चिंताएँ पैदा करता है।”
उन्होंने आगे आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार जनादेश से नहीं, बल्कि धोखाधड़ी और मिलीभगत से बनी है। उन्होंने आगे कहा, “यह कोई वैध सरकार नहीं है; यह फ़र्ज़ी वोटों पर बनी एक अवैध व्यवस्था है। कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट जाएगी और मांग करेगी कि चुनाव रद्द किया जाए और पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के किसी वर्तमान न्यायाधीश की निगरानी में एक स्वतंत्र जाँच कराई जाए।”


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