श्री आनंदपुर साहिब/चंडीगढ़, 15 नवंबर: पंजाब सरकार श्री गुरु तेग बहादुर जी के ऐतिहासिक 350वें शहीदी शताब्दी समारोह की तैयारियों के तहत श्री आनंदपुर साहिब में बड़े पैमाने पर बुनियादी ढाँचे का विकास कर रही है। कैबिनेट मंत्री श्री हरभजन सिंह (ईटीओ) ने बताया कि श्री आनंदपुर साहिब को जोड़ने वाली 317 किलोमीटर सड़कों का ₹100 करोड़ की लागत से नवीनीकरण किया जा रहा है, जिससे बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुगम और निर्बाध आवागमन सुनिश्चित होगा।
इसके साथ ही, शहर के 127 किलोमीटर लंबे आंतरिक सड़क नेटवर्क का भी 49.32 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण और मरम्मत की जा रही है। मंत्री ने आगे बताया कि चल रहे बुनियादी ढांचे के विस्तार के तहत 13 करोड़ रुपये की लागत से महत्वपूर्ण श्री आनंदपुर साहिब-गढ़शंकर सड़क का काम तेजी से प्रगति पर ह
उन्होंने कहा कि श्री आनंदपुर साहिब में जनसुविधाओं और शहर की सुंदरता में सुधार के उद्देश्य से महत्वपूर्ण तकनीकी सुधार हो रहे हैं। शहर भर में कुल 750 नए ऊर्जा-कुशल प्रकाश पोल लगाए गए हैं, जिससे कम बिजली की खपत के साथ बेहतर रोशनी सुनिश्चित हो रही है। ये विकास श्री आनंदपुर साहिब को “श्वेत नगर” के रूप में एक विशिष्ट पहचान दिलाने का मार्ग प्रशस्त कर रहे है
इसके अतिरिक्त, समारोह के व्यस्त दिनों के दौरान सुचारू यातायात प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए चेतावनी यातायात संकेत और सड़क सुरक्षा प्रणालियां भी स्थापित की गई हैं। शहीदी समारोह के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं की भारी संख्या को ध्यान में रखते हुए पंजाब सरकार ने एक पूर्ण सुसज्जित टेंट सिटी की स्थापना की है, जो अब सभी आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित है।
मंत्री महोदय ने घोषणा की कि टेंट सिटी के लिए ऑनलाइन बुकिंग पूरी तरह निःशुल्क होगी, जिससे श्रद्धालु बिना किसी वित्तीय बोझ के अपनी तीर्थयात्रा की योजना बना सकेंगे। इस पावन अवसर पर, प्रतिष्ठित संतों और आध्यात्मिक गुरुओं के नेतृत्व में चार भव्य नगर कीर्तन आयोजित किए जाएँगे। राज्य सरकार और जिला प्रशासन मिलकर आने वाली संगत को हर संभव सुविधा प्रदान करने के लिए काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 24 नवंबर को होने वाला पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र नौवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी को समर्पित होगा।
चल रही तैयारियों की समीक्षा रते हुए, कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने पुष्टि की कि सभी कार्य समय पर चल रहे हैं और आयोजन से पहले ही पूरे हो जाएँगे। पंजाब सरकार का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि इन ऐतिहासिक समारोहों के दौरान गुरु नगरी आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु को निर्बाध सेवाओं, पूर्ण सुरक्षा और गहन आध्यात्मिक वातावरण का अनुभव हो।


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