गुवाहाटी, भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2 टेस्ट मैचों की सीरीज 0-2 से गंवा दी है। कोलकाता में खेले गए पहले टेस्ट में 30 रन से हार का सामना करने वाली टीम इंडिया को गुवाहाटी में खेले गए दूसरे टेस्ट में 408 रन के रिकॉर्ड अंतर से हार का सामना करना पड़ा। टेस्ट क्रिकेट में भारत की ये सबसे बड़ी हार है। इस टेस्ट सीरीज में भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा दक्षिण अफ्रीका के 36 साल के स्पिनर सिमोन हार्मर रहे।
सिमोन हार्मर भारत की हार की सबसे बड़ी वजह बने। गुवाहाटी में खेले गए दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में 6 विकेट लेने वाले हार्मर ने मैच में 9 विकेट लेकर टीम की ऐतिहासिक जीत में अहम भूमिका निभाई। हार्मर ने कोलकाता टेस्ट में भी 8 विकेट लिए थे। कुल 17 विकेट लेने वाले दाएं हाथ के इस ऑफ स्पिनर को सीरीज का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किया गया।
सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार जीतने के बाद हार्मर ने कहा, “मैंने पिछले टेस्ट में कहा था, यह एक लंबा सफर रहा है। 10 साल बाद, बिल्कुल अलग एहसास है। यहां से बहुत सारी अच्छी यादें लेकर जाऊंगा। एक बहुत अच्छी भारतीय टीम को हराना बहुत बड़ा प्रयास था। भारत में पांच विकेट लेना अच्छा लगा, जीत में अपना योगदान देकर अच्छा लगा।”
हार्मर की बड़ी सफलता इस बात का प्रमाण है कि भारतीय टीम की स्पिन गेंदबाजी खेलने की निपुणता में लगातार कमी आई है। हार्मर पूर्व में भी भारत में टेस्ट खेल चुके हैं और अब तक खेले कुल 4 टेस्ट मैचों में 27 विकेट ले चुके हैं।
गुवाहाटी टेस्ट जीतकर दक्षिण अफ्रीका ने सीरीज में 0-2 से क्लीन स्वीप किया और 25 साल बाद भारत की धरती पर टेस्ट सीरीज जीती। आखिरी बार दक्षिण अफ्रीका ने 1999-2000 में भारत में हैंसी क्रोनिए की कप्तानी में टेस्ट सीरीज जीती थी।
गुवाहाटी टेस्ट की बात करें तो दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 489 रन बनाए थे। भारतीय टीम पहली पारी में 201 रन पर सिमट गई थी और 288 रन से पिछड़ी थी। दक्षिण अफ्रीका ने दूसरी पारी 5 विकेट पर 260 रन बनाकर घोषित की थी और पहली पारी में मिले 288 रन की बढ़त के आधार पर भारत को 549 रन का लक्ष्य दिया। भारतीय टीम 140 पर सिमट गई और 408 रन के अंतर से हार गई। पहली पारी में 93 रन बनाने और 6 विकेट लेने के साथ ही दूसरी पारी में 1 विकेट लेने वाले मार्को जानसेन प्लेयर ऑफ द मैच रहे।


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