दिल्ली पुलिस ने एक्टिविस्ट भारती चतुर्वेदी के सोशल मीडिया पोस्ट पर संज्ञान लिया। उन्होंने इस पोस्ट में एक कैब ड्राइवर के खिलाफ शिकायत दर्ज करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस और उबर दोनों की ओर से घंटों तक उन्हें मदद नहीं मिली।
अब भारती चतुर्वेदी का पोस्ट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहा है, जो राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ती अराजकता और मुश्किल में फंसी महिलाओं की मदद करने में इमरजेंसी सेवाओं की बार-बार नाकामी का एक और परेशान करने वाला उदाहरण दिखाता है।
चतुर्वेदी ने लिखा कि उन्होंने वसंत विहार से सर्वोदय एन्क्लेव के लिए उबर बुक की थी। जब जीपीएस एसेक्स फार्म्स के पास ओवर हो गया, तो ड्राइवर बिना ड्रॉप लोकेशन के ही महिला को छोड़ने के लिए तैयार हो गया। रास्ते में ड्राइवर चिढ़ गया और चिल्लाने लगा। जब महिला ने उसे यू-टर्न लेने लेकर सीधे चलने को कहा, तो उसने अचानक से गलत दिशा में गाड़ी मोड़ दी।
जब उसने ड्राइवर को कार रोकने के लिए कहा, तो उसने कथित तौर पर मना कर दिया। इस पर महिला ने दरवाजा खोलने की कोशिश की, जिस पर आरोपी ड्राइवर ने कथित तौर पर मुड़कर उसका हाथ पकड़ा और मरोड़ दिया।
उसने कहा कि उसने तुरंत 100 नंबर पर डायल किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। जब उसने उबर सेफ्टी से संपर्क किया, तो वहां से उसे फिर से 100 नंबर पर डायल करने को कहा गया।
इस घटना के बाद महिला ने अपने पोस्ट में दिल्ली पुलिस को टैग किया और सवाल किया, “जरूरत पड़ने पर महिलाएं आपसे कैसे संपर्क कर सकती हैं?”
उसने यह भी बताया कि ड्राइवर ने ट्रिप का पेमेंट नहीं लिया।
कुछ घंटों बाद भी जब दिल्ली पुलिस ने मामले में संज्ञान नहीं लिया तो महिला ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को ईमेल किया। दिल्ली पुलिस ने आखिरकार एक्स पर जवाब दिया, जिसमें कहा गया कि मामले को संज्ञान में लिया गया है और इसकी जांच की जा रही है।
उबर ने एक सार्वजनिक बयान जारी करते हुए कहा, “यह बहुत चिंता की बात है। इस तरह का बर्ताव ठीक नहीं है, और आपकी सुरक्षा सबसे जरूरी रहेगी। कृपया अपनी ट्रिप की जानकारी और पंजीकृत मोबाइल नंबर जानकारी सीधा मैसेज से शेयर करें। हमारी सेफ्टी टीम जल्द ही आपसे संपर्क करेगी।”
यह घटना जल्द ही एक राजनीतिक मुद्दा बन गई, जिसमें देवेंद्र यादव और अभिषेक दत्त जैसे कांग्रेस नेताओं ने उनकी पोस्ट को कोट करते हुए दिल्ली पुलिस से तुरंत और सही एक्शन लेने की अपील की।
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