राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने मंगलवार को मंडी जिले के बल्ह उपमंडल में निर्माणाधीन तामरोह क्लस्टर का निरीक्षण किया, जिसे महत्वाकांक्षी शिवा परियोजना के तहत विकसित किया जा रहा है। 18 हेक्टेयर में फैले इस क्लस्टर में 12,500 जापानी परसिमन (जापानी फल) के पौधे लगाए जा रहे हैं और इससे स्थानीय किसानों को लगभग 25 लाख रुपये की वार्षिक आय होने की उम्मीद है।
अब तक 70 किसान इस क्लस्टर में पंजीकृत हो चुके हैं और अगले तीन वर्षों के भीतर फलों का उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है। मंत्री ने पूरे क्षेत्र का व्यापक निरीक्षण किया और परियोजना अधिकारियों के साथ प्रगति की समीक्षा की नेगी ने बताया कि सिंचाई की जरूरतों को पूरा करने के लिए 2 लाख लीटर से 3 लाख लीटर क्षमता वाले दो जल भंडारण टैंकों का निर्माण किया जा रहा है। वृक्षारोपण का काम अगले साल 15 जुलाई से शुरू होगा, जिसमें 4×4 मीटर की दूरी पर पौधे लगाए जाएंगे।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि SHIVA परियोजना के तहत, पौध, वृक्षारोपण सहायता, ड्रिप सिंचाई प्रणाली, बाड़बंदी और जल आपूर्ति सहित सभी आवश्यक सुविधाएं निःशुल्क प्रदान की जा रही हैं। इसके अलावा, किसानों को स्प्रे मशीनें, बागवानी उपकरण और तकनीकी प्रशिक्षण भी मिलेगा। उन्होंने आगे कहा कि विभाग छंटाई और वैज्ञानिक बाग प्रबंधन पर निरंतर मार्गदर्शन प्रदान करेगा।
मंत्री ने किसानों से सक्रिय भागीदारी का आग्रह किया, क्योंकि गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करने और प्रगति की निगरानी के लिए उनकी सहभागिता अत्यंत महत्वपूर्ण थी। उन्होंने किसानों को विभाग की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से अपनी शिकायतें दर्ज कराने के लिए प्रोत्साहित किया।
उन्होंने अधिकारियों को महिला किसानों के लिए अन्य सफल क्लस्टरों के एक्सपोजर विजिट आयोजित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह की पहल से उन्हें आधुनिक तकनीकें अपनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने किसानों को यह भी आश्वासन दिया कि जल शक्ति विभाग उचित सिंचाई व्यवस्था सुनिश्चित करेगा और फलों के उत्पादन के लिए मजबूत विपणन सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
निरीक्षण के दौरान मंत्री के साथ संयुक्त निदेशक (बागवानी) विद्या प्रकाश, उप निदेशक संजय गुप्ता और क्लस्टर के प्रतिनिधि, जिनमें अध्यक्ष रोशन लाल, करम सिंह, रूप सिंह और टेक सिंह शामिल थे, उपस्थित थे।


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