मंडी स्थित वल्लभ सरकारी महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई द्वारा आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर का चौथा दिन संपन्न हुआ। इस दिन की गतिविधियाँ मंडी जिले के बरोग गाँव में आयोजित की गईं, जहाँ एनएसएस स्वयंसेवकों ने शिक्षा, स्वच्छता, जल संरक्षण और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्रों में योगदान दिया।
दिन की शुरुआत सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, बरोग और प्राइमरी स्कूल, बरोग के परिसर में एनएसएस स्वयंसेवकों द्वारा चलाए गए व्यापक स्वच्छता अभियान से हुई। स्वयंसेवकों ने स्कूल परिसरों की सफाई की, परिसर के अंदर और आसपास पड़े कचरे का निपटान किया और स्वच्छ एवं स्वस्थ वातावरण बनाए रखने के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाई। छात्रों और स्थानीय लोगों को स्वच्छता को अपने दैनिक जीवन का अभिन्न अंग बनाने के लिए प्रेरित किया गया।
इसके बाद, स्वयंसेवकों ने बरोग ग्राम पंचायत की ओर जाने वाली सड़क की सफाई का काम शुरू किया, जिससे ग्रामीणों के लिए आवागमन आसान हो गया। सफाई के साथ-साथ, स्वयंसेवकों ने सड़क संबंधी विकास कार्यों में भी श्रमदान किया, जिससे सामुदायिक भागीदारी और सहयोग का एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत हुआ।
एक अन्य महत्वपूर्ण पहल में, एनएसएस स्वयंसेवकों ने दुदार गांव के पास स्थित चार पारंपरिक जल स्रोतों (बावड़ियों) की व्यापक सफाई की। इस गतिविधि का उद्देश्य जल स्रोतों का संरक्षण करना और ग्रामीणों को जल संरक्षण और पारंपरिक जल संरचनाओं की सुरक्षा के बारे में जागरूक करना था। स्वयंसेवकों ने इन जल स्रोतों के नियमित रखरखाव और स्वच्छता की आवश्यकता पर जोर दिया।
उनकी दीर्घकालिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए।
दोपहर में बरोग ग्राम पंचायत में महिला सशक्तिकरण पर केंद्रित एक विशेष सत्र आयोजित किया गया। इस सत्र के दौरान महिलाओं को स्वच्छता, मासिक धर्म संबंधी स्वच्छता प्रबंधन और केंद्र एवं राज्य सरकारों द्वारा उनके लिए चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। उन्हें स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने, स्वच्छता संबंधी आदतों को अपनाने और अपने सामाजिक एवं आर्थिक कल्याण के लिए सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
इसके अतिरिक्त, महिलाओं को चीड़ की पत्तियों (चिर की पत्तियों) के उपयोग से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया, जिसके माध्यम से वे स्थानीय संसाधनों का उपयोग करके उपयोगी उत्पाद बना सकती थीं और स्वरोजगार की ओर बढ़ सकती थीं। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य महिलाओं में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना और सतत विकास को प्रोत्साहित करना था। महिलाओं ने इस सत्र को अत्यंत उपयोगी और प्रेरणादायक बताया।
चार महिला समूह- महिला मंडल, चामुंडा; महिला मंडल, दुदार; महिला मंडल, बड़ोग; एवं महिला मंडल, गौरीधार ने कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया। इस अवसर पर चामुंडा महिला मंडल की अध्यक्ष पूनम रावत और जागृति स्वयं सहायता समूह घोड़ीधार की अध्यक्ष प्रवीण कुमारी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं।
कुल मिलाकर, इन गतिविधियों ने स्वच्छता, जल संरक्षण, सामुदायिक विकास और महिला सशक्तिकरण के उद्देश्यों को बढ़ावा दिया, साथ ही एनएसएस स्वयंसेवकों के बीच सामाजिक जिम्मेदारी, सेवा भावना और नेतृत्व गुणों की एक मजबूत भावना को भी विकसित किया।


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