जेरूसलम, रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष शुरू होने के ठीक एक महीने बाद अप्रैल 2022 में भले ही शांतिपूर्ण समझौता हो गया हो, लेकिन इजरायल के पूर्व प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने कहा कि पश्चिमी शक्तियों ने इसे रोक दिया। खबरों में रविवार को यह बात कही गई। आरटी के मुताबिक, शनिवार को इजराइल के चैनल 12 को लगभग पांच घंटे के लंबे वीडियो साक्षात्कार में उन्होंने दावा किया कि एक बिचौलिए के रूप में उनके प्रयास सफल होने के करीब आ गए, क्योंकि मास्को और कीव दोनों रियायतें देने और युद्धविराम के लिए तैयार दिखाई दिए।
बेनेट ने, हालांकि कहा कि वार्ता सफल नहीं हुई क्योंकि यह ‘पश्चिम द्वारा हड़ताली (रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर) पुतिन का एक वैध निर्णय था, मेरा मतलब है कि अधिक आक्रामक दृष्टिकोण है।
यह पूछे जाने पर कि क्या अमेरिका और उसके सहयोगियों ने मास्को और कीव के बीच शांति प्रक्रिया को ‘अवरुद्ध’ किया उन्होंने कहा: “मूल रूप से, हां। उन्होंने इसे अवरुद्ध कर दिया।”
बेनेट ने कहा, “मैं दावा करता हूं कि युद्धविराम तक पहुंचने का एक अच्छा मौका था। लेकिन मैं यह दावा नहीं कर रहा हूं कि यह सही बात थी।”
रहस्योद्घाटन पर प्रतिक्रिया देते हुए रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने इसे ‘एक और स्वीकारोक्ति’ करार दिया कि पश्चिम को यूक्रेन में शांति में कोई दिलचस्पी नहीं थी।
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