चंडीगढ़, 11 फरवरी
महापौर अनूप गुप्ता ने आज कहा कि चरित्र और विकास के बीच संतुलन बनाए रखने की जरूरत है, विरासत को शहर के विकास के रास्ते में नहीं आना चाहिए।
वह यहां सेक्टर 17 के परेड ग्राउंड में शुरू हुए चार दिवसीय आर्किटेक्चर एक्सपो ARCHEX में आयोजित एक सेमिनार में बोल रहे थे। मेयर एक्सपो के उद्घाटन के तुरंत बाद पैनल चर्चा में भाग ले रहे थे।
एक्सपो में “चंडीगढ़: विकास बनाम संरक्षण” विषय पर एक सेमिनार आयोजित किया गया। उद्घाटन भाषण वास्तुकार सुरिंदर बहगा ने दिया, इसके बाद स्मार्ट सिटी पर एक प्रस्तुति दी गई। एक पैनल चर्चा में अनूप गुप्ता, मेयर; सुमित कौर, सदस्य, चंडीगढ़ हेरिटेज कमेटी; नमिता सिंह, अभ्यासरत वास्तुकार; चंडीगढ़ कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर की प्रिंसिपल संगीता बग्गा; विनोद वशिष्ठ, संयोजक, निवासी कल्याण संगठन; और कपिल सेतिया, चीफ आर्किटेक्ट, यूटी।
वास्तुकार शिल्पा दास द्वारा “क्षेत्र से पड़ोस तक” पर एक प्रस्तुति दी गई थी। गुप्ता ने पैनल चर्चा में बोलते हुए कहा कि विरासत शहर के विकास के रास्ते में आ रही है।
उन्होंने कहा, “जब मैं अन्य देशों में चंडीगढ़ का प्रतिनिधित्व करता हूं तो मुझे गर्व महसूस होता है, क्योंकि इसका अपना चरित्र है, लेकिन मैं इन देशों में बहुत विकास देख रहा हूं, जो यहां नहीं हो रहा है।”
चंडीगढ़ हेरिटेज कमेटी की सदस्य सुमित कौर ने कहा: “विरासत को बनाए रखने के कारण ही चंडीगढ़ को विश्व स्तर पर पहचान मिली है। इसके चरित्र को बरकरार रखते हुए हम इसे रहने योग्य शहर बना रहे हैं।
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