October 4, 2024
National

राहुल के बाद प्रियंका गांधी ने झूठी गारंटी दी : शिवराज सिंह चौहान

भोपाल, 13 अक्टूबर । मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ पर राहुल गांधी के बाद प्रियंका से भी झूठी गारंटी दिलाने का आरोप लगाया है।

मुख्यमंत्री चौहान ने प्रियंका गांधी के मंडला में आयोजित जनसभा में छात्रों को 500 से 1,500 रुपये मासिक दिए जाने की घोषणा पर गांधी परिवार और कमलनाथ पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिस गांधी परिवार ने पूरे देश को और देश की जनता को ठगा, उस गांधी परिवार को कमलनाथ ठग रहे हैं। 2018 में कमलनाथ ने राहुल गांधी से झूठे वचन दिलवाए और 2023 में प्रियंका गांधी से झूठी गारंटियां दिलवा रहे हैं।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आगे कहा कि मंडला में प्रियंका गांधी ने बिना पढ़े ही ‘पढ़ो-पढ़ाओ’ की घोषणा कर दी, कांग्रेस पूरी तरह से कंफ्यूज है। जिस तरह से प्रियंका से घोषणाएं करवाई गई। मैंने वह वीडियो देखा, कई घोषणाएं करके बैठ गईं। फिर, कांग्रेस नेता उठे और बोले, एक और करो। अच्छा उन्हें पता ही नहीं, क्या घोषणा करनी है, उन्हें कांग्रेस के नेताओं द्वारा घोषणाएं पढ़ाई ही नहीं गई।

प्रियंका गांधी की घोषणा का जिक्र करते हुए मुख्यमत्री ने कहा कि पहले मैडम बोलती हैं कि अभी-अभी एक और घोषणा मुझे बताई है, कक्षा एक से लेकर 12वीं तक बच्चों की स्कूली शिक्षा निशुल्क होगी। कमलनाथ फिर टोक रहे हैं प्रियंका को, करेक्शन करा रहे हैं, प्रियंका बोलती हैं, आप ही बोलिए, वो कहते हैं नहीं आप बोलिए। फिर, वह दोबारा पढ़ती हैं, पहली से लेकर आठवीं तक 500 देंगे, नौवीं से लेकर दसवीं तक 1000 देंगे, 10 से 12 तक 1500 हर साल देंगे। फिर सुरजेवाला कहते हैं, हर साल नहीं, हर महीना। फिर मैडम कहती हैं, लिखा तो इसमें हर साल है। अब आप कल्पना कर सकते हैं कि पहले कुछ लिखते हैं, फिर पढ़ने को कहते हैं, कितने गंभीर हैं वह कि हर साल में काम नहीं चलेगा तो हर महीने आ जाओ। न लेना है, न देना है, बस झूठी घोषणाएं करनी हैं।

मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि कांग्रेस ने अपने पुराने वचन पत्र में कहा था कि शालेय स्तर के कई बच्चों को गणवेश, पाठ्यपुस्तक अन्य पठन की उच्च कोटि की सामग्री निःशुल्क उपलब्ध करवाएंगे। लेकिन, जो भाजपा सरकार लैपटॉप देती थी, बंद कर दिए थे। साइकिल देना बंद कर दी। मेधावी विद्यार्थी योजना इन्होंने ठंडे बस्ते में डाल दी। बच्चों की फीस तक छीन ली।

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