November 28, 2024
National

मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण नौकरियां देने में विफल रही : कांग्रेस

नई दिल्ली, 14 अक्टूबर । मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए कुछ ही हफ्ते बचे हैं। ऐसे में कांग्रेस ने शनिवार को बेरोजगारी को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधा और कथित बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण नौकरियां देने में विफल रहने का आरोप लगाया।

पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता शोभा ओझा ने कहा कि मध्य प्रदेश एक ऐसा राज्य है जहां भाजपा के पिछले 18 वर्षों के शासन में निवेश के नाम पर कुछ भी नहीं आया है।

शोभा ओझा ने आरोप लगाया कि ग्लोबल इन्वेस्टर मीट जैसे आयोजनों में करोड़ों रुपये पानी की तरह खर्च करने के बावजूद राज्य में निवेश के नाम पर कुछ नहीं आया।

उन्होंने आगे कहा कि मध्य प्रदेश के युवा न केवल सरकारी बल्कि प्राइवेट नौकरियों से भी वंचित रहे। यह शर्मनाक है कि राज्य में 17,000 छात्र और बेरोजगार लोग आत्महत्या कर चुके हैं। प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में बीजेपी ने रोजगार के नाम पर सिर्फ घोटाले दिए हैं।

मध्य प्रदेश ने पिछले 18 वर्षों में भारी बेरोजगारी, छात्र आत्महत्याओं और घोटालों का शर्मनाक दौर देखा है। भाजपा के संरक्षण में प्रदेश में तमाम माफिया पनपते रहे, जिससे सरकारी नौकरियां घोटालों की भेंट चढ़ गईं।

राज्य में स्कूलों की स्थिति पर सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि मध्य प्रदेश में उच्च शिक्षा की स्थिति खराब है। राज्य में 70 लाख युवा हैं, जो उच्च शिक्षा से वंचित हैं। इतना ही नहीं स्कूली शिक्षा की स्थिति भी काफी दयनीय है।

मध्य प्रदेश में 2600 से ज्यादा स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं। करीब 7,700 ऐसे स्कूल हैं जहां सिर्फ एक शिक्षक है जबकि 50,000 शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं।

इसके अलावा मध्य प्रदेश में घोटालों की भी एक पूरी शृंखला है। जैसे- व्यापम घोटाला, पटवारी भर्ती घोटाला, नर्सिंग घोटाला आदि। कांग्रेस मध्य प्रदेश के युवाओं के भविष्य को लेकर बेहद संवेदनशील है।

यदि कांग्रेस मध्य प्रदेश में सत्ता में आई तो घोटालों में शामिल लोगों को जेल भेजेगी और युवाओं का भविष्य सुधारेगी। मध्य प्रदेश में प्रियंका गांधी वाड्रा ने ‘पढ़ो पढ़ाओ योजना’ की भी घोषणा की है, जिसके तहत कई छात्रों को बहुत मदद मिलेगी।

भ्रष्टाचार के कई मामलों में घिरी शिवराज सिंह चौहान सरकार को सत्ता में रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। राज्य की जनता उन्हें सत्ता से बेदखल करने के लिए 17 नवंबर का इंतजार कर रही है।

उन्होंने आगे कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य कांग्रेस इकाई के प्रमुख कमल नाथ ने राज्य के युवाओं को उनकी दयनीय स्थिति के लिए सहानुभूति दिखाते हुए एक खुला पत्र लिखा है, और पार्टी के सत्ता में आने के बाद उनकी समस्या का समाधान करने का वादा किया है।

राज्य में 230 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव 17 नवंबर को होने हैं और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।

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