2 नवंबर पंजाब से राज्यसभा सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी ने आज मांग की कि 1984 के सिख विरोधी दंगों से संबंधित इंटेलिजेंस ब्यूरो और रिसर्च एंड एनालिसिस विंग की रिपोर्ट की फाइलों को सार्वजनिक किया जाना चाहिए। साहनी ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे को संसद में उठाया था और दोहराया था कि 1984 के दंगों के बारे में आईबी और रॉ रिपोर्ट की सभी फाइलें और नोटिंग्स को सार्वजनिक किया जाना चाहिए। देश, विशेषकर सिख समुदाय, सच्चाई जानने का हकदार है।
साहनी ने कहा कि 1984 के सिख विरोधी दंगों के पीड़ितों को बकाया के रूप में लाखों रुपये का बिजली बिल मिल रहा था और उन्हें पुनर्वास कदम के रूप में आवंटित फ्लैटों के गृह ऋण के भुगतान के लिए नोटिस भी मिल रहे थे। दिल्ली सरकार और केंद्र को सभी पीड़ितों के लंबित बिजली बिलों की माफी और होम लोन के ब्याज की माफी के लिए अवगत कराया गया है हजारों लोगों की जान चली गई या वे बेघर हो गए। दंगों के बाद अब तक चार न्यायिक आयोग, नौ समितियां और दो विशेष जांच दल गठित किये जा चुके हैं.
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