सोनीपत, 2 नवंबर
पुलिस ने एक सरकारी गणित शिक्षक के पैन कार्ड नंबर का उपयोग करके दो फर्मों को पंजीकृत करने के आरोप में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इन लोगों ने दोनों फर्मों का पंजीकरण कराने के बाद 10.50 करोड़ रुपये की फर्जी बिलिंग की और एक करोड़ रुपये से अधिक की कर चोरी की।
जिले के भटगांव माल्याण गांव के अमित कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि वह पानीपत जिले के जाटल गांव के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में पीजीटी गणित शिक्षक के पद पर तैनात हैं।
उन्होंने आईटीआर दाखिल करने के लिए आयकर विभाग के पोर्टल पर लॉग इन किया, लेकिन वह अपने खाते पर एक जीएसटी फर्म को देखकर चौंक गए, जिसने 2022-23 में 10.50 करोड़ रुपये का कारोबार दिखाया। सत्यापन के दौरान पता चला कि फर्म 29 नवंबर 2022 को अमित इंटरप्राइजेज के नाम से पंजीकृत थी और विभाग ने फर्म को निलंबित कर दिया था। जांच के दौरान यह भी पता चला कि इसी साल 18 मई को उनके पैन कार्ड नंबर का इस्तेमाल कर संजय सेल्स इंटरनेशनल के नाम से एक अन्य फर्म भी पंजीकृत की गई थी।
शिक्षक की शिकायत के बाद सदर पुलिस ने मामले की प्रारंभिक जांच की और पाया कि दोनों फर्मों को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने जीएसटी विभाग, दिल्ली से फर्मों के रिकॉर्ड एकत्र किए।
जांच के दौरान पता चला कि मास्टरमाइंड ने फर्म के रजिस्ट्रेशन के लिए फर्जी फोटो और आधार कार्ड का इस्तेमाल किया था और रेंट एग्रीमेंट के लिए भी फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया था. भौतिक सत्यापन के दौरान फर्म पंजीकृत पते पर नहीं मिली।
इसके अलावा जांच में एक करोड़ रुपये से अधिक की टैक्स चोरी भी पाई गई।
सदर पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 467एम 468 और 471 और जीएसटी अधिनियम की धारा 132 के तहत मामला दर्ज किया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
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