नई दिल्ली, 7 दिसंबर । केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कांग्रेस पर विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप लगाया है। भाजपा मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस समेत विपक्षी गठबंधन ‘इंडी अलायंस’ के नेताओं के हालिया बयान को लेकर उनकी तीखी आलोचना की।
राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि ये वही कांग्रेस पार्टी और इंडी अलायंस है, जिन्होंने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का बड़ा गुणगान किया था और अब देश को उत्तर और दक्षिण में बांटने में लगे हैं। पांच राज्यों के हालिया विधान सभा चुनावों में तीन राज्यों, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान, में भाजपा की जीत का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दल भाजपा की इस जीत से दुखी हैं, इसलिए विभाजनकारी बयान दे रहे हैं।
डीएमके सांसद द्वारा लोकसभा में दिए गए विवादित बयान के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि डीएमके प्रमुख स्टालिन ने सांसद को तो माफी मांगने के लिए कह दिया, लेकिन उन्होंने अपने पुत्र उदयनिधि स्टालिन और डीएमके सांसद ए राजा को अब तक माफी मांगने नहीं कहा।
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया से की है और 2जी घोटाले के सूत्रधार व डीएमके नेता ए राजा ने तो सनातन धर्म को कोढ़ और एचआईवी बताया था। लेकिन, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने ऐसी अपमानजनक टिप्पणी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि कांग्रेस के 55 वर्षीय नेता जब देश से बाहर जाते हैं तो कहते हैं कि भारत का लोकतंत्र खतरे में है। वहीं, कांग्रेस और उसके सहयोगी दल देश को बांटने की बात करते हैं।
उन्होंने कहा कि केरल में कांग्रेस सांसद राजमोहन उन्नीथन का कहना है कि हमास कोई आतंकवादी संगठन नहीं है और वो जो कुछ भी करता है, वह उचित है। हमास जैसे आतंकी संगठन का समर्थन करने वाले नेताओं के बयान पर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आती है।
तेलंगाना में मुख्यमंत्री के पद के लिए चयनित कांग्रेस नेता रेवंत रेड्डी का जिक्र करते हुए राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि वह केसीआर (निवर्तमान सीएम) के बारे में कहते हैं कि वह बिहार से हैं जैसे कि बिहार से होना कोई बुरी बात हो। उन्होंने कहा कि इस तरह का भेदभाव तेलंगाना को स्वीकार्य नहीं होगा।
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