गुरूग्राम, 13 दिसम्बर पुलिस ने मंगलवार को कहा कि साइबर जालसाजों ने इस साल गुरुग्राम में अपने 99 प्रतिशत पीड़ितों को धोखा देने के लिए “सोशल इंजीनियरिंग” का इस्तेमाल किया है।
सोशल इंजीनियरिंग लक्ष्य का विश्वास हासिल करने की एक तकनीक है, इसलिए वे अपनी सतर्कता कम कर देते हैं और संवेदनशील जानकारी छोड़ देते हैं। गुरुग्राम पुलिस ने कहा कि उन्हें पिछले 11 महीनों में साइबर धोखाधड़ी की 20,000 से अधिक शिकायतें मिली हैं और 581 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जालसाजों ने हेरफेर तकनीक का उपयोग करके इस अवधि के दौरान 100 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की।
सोशल इंजीनियरिंग के तहत, अपराधी ईमेल या कॉल जैसे प्रच्छन्न संचार का उपयोग करते हैं, और व्यक्तियों को पासवर्ड या व्यक्तिगत विवरण प्रकट करने के लिए बरगलाते हैं।
डीसीपी (साइबर) सिद्धांत जैन ने कहा कि पिछले 11 महीनों में 20 करोड़ रुपये से अधिक की वसूली की गई है। उन्होंने कहा, “अब हम साइबर जालसाजों द्वारा इस्तेमाल की जा रही सोशल इंजीनियरिंग तकनीक पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं क्योंकि 99 प्रतिशत अपराध इसी तकनीक का उपयोग करके किए जाते हैं।”
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