पणजी, 18 दिसंबर । गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने सोमवार को कहा कि पश्चिमी देश के कई लोगों ने गोवा की विकृत छवि बनाने की कोशिश की। सावंत ने यहां ‘गीतामृतम’ के उद्घाटन को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की।
उन्होंने कहा कि दिवंगत राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम रोजाना भगवत गीता पढ़ते थे और देश-दुनिया को इसका महत्व बताते थे।
सावंत ने किसी का नाम लिए बिना कहा, “इससे पता चलता है कि यह न केवल विशेष धर्म या जाति को, बल्कि पूरी दुनिया को मार्गदर्शन प्रदान करती है। कई पश्चिमी लोगों ने गोवा की विकृत छवि बनाने की कोशिश की। लेकिन हम, लोग और सरकार, गोवा के सांस्कृतिक पहलू को सामने लाने की कोशिश कर रहे हैं।”
मुख्यमंत्री के मुताबिक उनकी सरकार संस्कृति पर फोकस कर रही है और इसे दुनिया के सामने पेश कर रही है।
उन्होंने कहा, “मैं छात्रों और युवाओं को गीता के मंत्रमुग्ध पाठ के लिए और सभी आयोजकों को गोवा में इस तरह के कार्यक्रम के आयोजन के लिए बधाई देता हूं। मैं लोक विश्वास प्रतिष्ठान स्कूल और गोवा के सभी स्कूलों के दिव्यांग छात्रों को बधाई देता हूं जो गीतामृतम की पहल में शामिल हुए हैं।”
“भगवद्गीता सभी के लिए एक दूरदर्शी ग्रंथ है। मुझे यह देखकर खुशी हो रही है कि यह इन पहलों के साथ युवा पीढ़ी तक पहुंच रही है। उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं।”
सावंत ने कहा कि गोवा सांस्कृतिक पर्यटन, कल्याण, योग और आयुर्वेद पर्यटन को बढ़ावा दे रहा है, जिसे अब ‘दक्षिण काशी’ के नाम से जाना जाता है।
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