गुरुग्राम, 15 जनवरी । गुरुग्राम की पूर्व मॉडल और मारे गए गैंगस्टर संदीप गडोली की प्रेमिका दिव्या पाहुजा का शव ग्यारह दिन बाद 13 जनवरी को फतेहाबाद जिले की एक नहर से बरामद किए जाने के बाद रविवार को उसके परिवार के सदस्यों ने अंतिम संस्कार किया। यहां के एक होटल में दिव्या की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
27 वर्षीय दिव्या की कथित तौर पर होटल सिटी प्वाइंट के मालिक अभिजीत सिंह ने हत्या कर दी थी। वह इसी होटल के एक कमरेे में रह रही थी।
रविवार देर शाम उसके परिजनों ने उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया। रविवार दोपहर को हिसार में एक मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम किए जाने के बाद उसका शव गुरुग्राम लाया गया।
दिव्या का शव शनिवार को हरियाणा के फतेहाबाद जिले के टोहाना में एक नहर से बरामद किया गया।
गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता सुभाष बोकेन ने कहा, “पोस्टमार्टम के बाद शव दिव्या के परिवार के सदस्यों को सौंप दिया गया। उन्होंने यहां गुरुग्राम में उसका अंतिम संस्कार किया।”
इस बीच, मामले के एक आरोपी बलराज गिल को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। गिल को 11 जनवरी को कोलकाता में गिरफ्तार किया गया था।
गिल ने कथित तौर पर 2 जनवरी को दिव्या की हत्या के बाद उसके शव को ठिकाने लगा दिया था।
कोलकाता में उसकी गिरफ्तारी के बाद उसे गुरुग्राम लाया गया और रविवार को एक अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस के मुताबिक, दिव्या और अभिजीत रिलेशनशिप में थे। अभिजीत ने पुलिस को बताया कि जब दिव्या ने अपने मोबाइल फोन से उसकी कुछ आपत्तिजनक तस्वीरें हटाने से इनकार कर दिया तो उसने गुस्से में आकर दिव्या के सिर में गोली मार दी। अभिजीत का कहना है कि दिव्या ब्लैकमेल करती थी। उससे अक्सर पैसे मांगा करती थी।
हालांकि, पुलिस को अभी तक हत्या में इस्तेमाल किया गया हथियार’ बरामद नहीं हुआ है। कथित तौर पर अभिजीत ने दिव्या की हत्या के बाद रिवॉल्वर फेंक दी थी।
बलराज गिल ने ट्रांजिट रिमांड के दौरान खुलासा किया था कि उसने और रवि बंगा ने दिव्या के शव को पटियाला की बखरा नहर में फेंक दिया था।
2 जनवरी से दिव्या के शव के साथ फरार हुए बलराज और अमित की तलाश में गुरुग्राम पुलिस की पांच टीमें लगी हुई थीं। दिव्या के शव की पहचान उसकी पीठ पर बने टैटू से हुई।
साथ ही, बलराज गिल की गिरफ्तारी के बाद शव को ठिकाने लगाने के बारे में भी सुराग मिला।
दिव्या की हत्या के मामले में पुलिस ने अब तक मुख्य आरोपी अभिजीत सिंह, उसके सहयोगी ओम प्रकाश, हेमराज, बलराज गिल, परवेश और एक महिला मेघा समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया है।
महिला ने दिव्या के दस्तावेज और निजी सामान छिपाने में अभिजीत की मदद की थी।
ओम प्रकाश और हेमराज ने अभिजीत को दिव्या के शव को बीएमडब्ल्यू कार के बूट में खींचने में मदद की थी।
परवेश ने अभिजीत को दिव्या की हत्या के लिए हथियार मुहैया कराया था। दिव्या जेल में बंद गैंगस्टर बिंदर गुज्जर के जरिए अभिजीत के संपर्क में आई।
बिंदर गुज्जर को गैंगस्टर संदीप गाडोली के कथित “फर्जी एनकाउंटर” का मुख्य साजिशकर्ता बताया जाता है।
गुरुग्राम पुलिस के मुताबिक, 2016 में दिव्या को गैंगस्टर की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। उसने सात साल जेल में बिताए।
उसे पिछले साल जून में बॉम्बे हाईकोर्ट ने जमानत दी थी। वह मुंबई से आकर गुरुग्राम के होटल सिटी प्वाइंट में रहने लगी। उधर, दिव्या के परिवार का आरोप है कि उसकी हत्या की साजिश अभिजीत के साथ मिलकर संदीप गाडोली के परिवार वालों ने रची थी।
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