नूरपुर, 3 फरवरी केंद्र प्रायोजित ‘स्वदेश दर्शन-2’ योजना के तहत, राज्य सरकार ने कांगड़ा जिले में पोंग बांध वेटलैंड में टिकाऊ बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 24 करोड़ रुपये की पर्यटन विकास परियोजना की परिकल्पना की है।
पहले चरण में सोलर बोट और एक ऑनलाइन पोर्टल उपलब्ध कराया जाएगा। भले ही पोंग जलाशय में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, फिर भी सरकारें अपेक्षित बुनियादी ढांचे की स्थापना करके इसका दोहन करने में विफल रही हैं। वेटलैंड क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जो भी बुनियादी ढांचा खड़ा किया गया वह पिछले कई वर्षों से उपेक्षित पड़ा हुआ है।
कांगड़ा के उपायुक्त निपुण जिंदल ने द ट्रिब्यून को बताया कि उन्होंने हाल ही में केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय के अधिकारियों के साथ एक आभासी बैठक की और उनके साथ सतत पर्यटन विकास योजना के प्रस्ताव की जानकारी दी।
इसके अलावा डीसी ने पौंग वेटलैंड क्षेत्र में पर्यटन बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए काम कर रही निजी कंसल्टेंसी कंपनी वॉयंट्स सॉल्यूशंस के प्रतिनिधियों के साथ भी पर्यटन योजना से जुड़े हर पहलू पर चर्चा की।
पौंग वेटलैंड में आने वाले नगरोटा सूरियां, फतेहपुर, नंगल चौक और मथियाल क्षेत्र अपनी-अपनी विशिष्टताएं समेटे हुए हैं और वहां पर्यटन विकास गतिविधियां शुरू करने के भी प्रयास किए जाने चाहिए।
इन स्थानों में नौकायन, जल क्रीड़ा, साहसिक गतिविधियाँ, पक्षी दर्शन, ऐतिहासिक मंदिर और इको-पर्यटन के लिए महत्वपूर्ण स्थान हैं जिन्हें पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा सकता है।
केंद्र सरकार द्वारा गंतव्य केंद्रित दृष्टिकोण अपनाकर देश में पर्यटन और संबद्ध बुनियादी ढांचे, पर्यटन सेवाओं और मानव पूंजी विकास को कवर करने वाले टिकाऊ और जिम्मेदार पर्यटन स्थलों को विकसित करने के लिए ‘स्वदेश दर्शन योजना -2’ शुरू की गई है।
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