धर्मशाला, 6 फरवरी विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि प्रदेश सरकार बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए शिक्षा प्रणाली में आवश्यक सुधार कर रही है।
राज्य सरकार शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए 300 करोड़ रुपये खर्च करने की तैयारी में है। उन्होंने कहा कि छात्रों को उचित अनुभव देने के लिए राज्य के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल खोले जा रहे हैं।
सोमवार को राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला में ‘समग्र शिक्षा हिमाचल’ के तत्वावधान में आयोजित राज्य स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता के उद्घाटन अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे पठानिया ने कहा कि अगले शैक्षणिक सत्र से अंग्रेजी -सरकारी स्कूलों में कक्षा-1 से मीडियम कोर्स शुरू किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि समाज का एक वर्ग ऐसा है जो अपनी आवाज नहीं उठा सकता. उनके कल्याण के लिए, राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के तहत एक कानून बनाया है और 4,000 अनाथ बच्चों को ‘राज्य के बच्चे’ के रूप में गोद लिया है। इस योजना के तहत 18 वर्ष तक के अनाथ बच्चों को 2,500 रुपये प्रति माह और 27 वर्ष तक के अनाथ बच्चों को 4,000 रुपये दिये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उनकी उच्च शिक्षा का खर्च भी वहन करेगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने डॉ. यशवन्त सिंह परमार विद्यार्थी ऋण योजना शुरू की है, जिसके तहत उच्च शिक्षा के लिए एक प्रतिशत ब्याज पर 20 लाख रुपये तक का ऋण दिया जा रहा है।
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