भोपाल, 7 फरवरी । मध्य प्रदेश की 16वीं विधानसभा का दूसरा सत्र हंगामे के साथ शुरू हुआ। राज्यपाल मंगुभाई पटेल के अभिभाषण के दौरान कांग्रेस विधायकों ने वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। भाजपा के संकल्प पत्र की प्रतियां लहराई और नारेबाजी भी की।
विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले ही कांग्रेस के तेवर आक्रामक थे और पहले ही दिन कांग्रेस विधायकों ने हंगामे का रूख अपनाया। कई विधायक पोस्टर और भाजपा के संकल्प पत्र की प्रतियां लेकर आए थे। राज्यपाल का अभिभाषण शुरू होते ही उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। राज्यपाल पूरा अभिभाषण भी नहीं पढ़ पाए। शेष अभिभाषण को पढ़ा हुआ और पटल पर रखा गया। उसके बाद कार्यवाही को गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा ने चुनाव के दौरान जो वादे किए थे, उन्हें पूरा नहीं किया जा रहा है। साथ ही राज्यपाल के अभिभाषण में उसका उल्लेख भी नहीं है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने एक्स पर लिखा कि मध्य प्रदेश विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण से एक बार फिर स्पष्ट हो गया है कि प्रदेश की डॉ. मोहन यादव सरकार विधानसभा चुनाव में जनता से किए गए प्रमुख वादों से पीछे हट गई है। विधानसभा चुनाव में भाजपा ने मध्य प्रदेश की जनता से तीन बड़े वादे किए थे, जिसमें पहला वादा था कि लाडली बहना योजना के अंतर्गत महिलाओं को 3,000 रुपए प्रतिमाह दिए जाएंगे। लेकिन, आज राज्यपाल के अभिभाषण में लाडली बहना योजना में 3,000 रुपए देने की कोई बात नहीं की गई।
उन्होंने आगे लिखा कि भाजपा की दूसरी बड़ी घोषणा गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2,700 रुपए प्रति क्विंटल और तीसरी घोषणा धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 3,100 रुपए प्रति क्विंटल करने की थी। लेकिन, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर भी राज्यपाल के अभिभाषण में कोई बात नहीं कही गई।
कमल नाथ ने अभिभाषण का लेकर आगे कहा कि स्पष्ट है कि डॉ. मोहन यादव सरकार मध्य प्रदेश की जनता के साथ और खासकर महिलाओं तथा किसान भाइयों के साथ खुली बेईमानी करने का इरादा रखती है और चुनाव में किए गए वादों से पलट चुकी है। यह सरासर धोखा है और कांग्रेस पार्टी इसके खिलाफ हर स्तर पर आवाज उठाएगी।
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