धर्मशाला, 13 फरवरी कांगड़ा पेंशनर्स कल्याण संघ ने अपने बकाया भुगतान की मांग को लेकर सोमवार को धर्मशाला में जुलूस निकाला।
विरोध कर रहे वरिष्ठ नागरिकों के विशाल जुलूस ने दावा किया कि सरकार उनके बुढ़ापे में उनके हितों की देखभाल करने के लिए बाध्य है क्योंकि उन्होंने अपना पूरा जीवन सरकार की सेवा में समर्पित कर दिया है।
5 अक्टूबर 2023 को मुख्यमंत्री को सोलह सूत्रीय मांग पत्र सौंपा गया था, लेकिन प्रदर्शनकारी वरिष्ठ नागरिकों के अनुसार इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की गई।
‘परिणामों के लिए सरकार जिम्मेदार’ विनम्र अनुरोध है कि हमारी सभी लंबित मांगों को वादे के अनुसार पूरा किया जाए, ऐसा न होने पर एसोसिएशन राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करने के लिए मजबूर होगी और इसके परिणामों के लिए सरकार जिम्मेदार होगी। -मनमोहन सिंह पठानिया, प्रेस सचिव, हिमाचल प्रदेश पेंशनर्स कल्याण संघ
प्रदर्शनकारियों के दावों के अनुसार, उन्हें छठे वेतन आयोग के बकाया के साथ-साथ लंबित 12% डीए किस्तों का भुगतान नहीं किया गया है।
एसोसिएशन के एक पदाधिकारी के अनुसार, “01.01.2016 के बाद सेवानिवृत्त हुए पेंशनभोगियों को वित्तीय संकट का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि अनुमोदन के बाद भी उन्हें अवकाश नकदीकरण, ग्रेच्युटी और कम्युटेशन की राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है जिसके वे हकदार हैं। पेंशन के संशोधन के संबंध में एजीएचपी (शिमला)। एसोसिएशन ने धर्मशाला में डीसी कांगड़ा के माध्यम से सीएम को ज्ञापन सौंपा।
एसोसिएशन के प्रेस सचिव मनमोहन सिंह पठानिया ने कहा, “विनम्र अनुरोध है कि हमारी सभी लंबित मांगों को वादे के मुताबिक पूरा किया जाए, ऐसा न होने पर एसोसिएशन राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करने के लिए मजबूर होगी और सरकार इसके परिणामों के लिए जिम्मेदार होगी।”
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