November 24, 2024
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करुणाकरण की बेटी के इस्तीफे पर केरल कांग्रेस ने कहा, ‘कोई असर नहीं’

तिरुवनंतपुरम, 9 मार्च । केरल में तीन बार के पूर्व मुख्यमंत्री ए.के. एंटनी के बेटे अनिल एंटनी के बाद अब चार बार के पूर्व मुख्यमंत्री के. करुणाकरण की बेटी पद्मजा वेणुगोपाल भी भाजपा में शामिल हो गई हैं, लेकिन प्रदेश कांग्रेस इकाई इससे अप्रभावित नजर आ रही है।

राज्य के विभिन्न कांग्रेस नेताओं ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है कि “चाहे पद्मजा हों या अनिल, उनके जाने से पार्टी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि वे कभी भी जनाधार वाले नेता नहीं थे”।

केरल कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा सदस्य के. सुधाकरन ने कहा, “पार्टी किसी भी तरह से प्रभावित नहीं होने वाली है। कोई भी सामान्य पार्टी कार्यकर्ता उनके साथ नहीं जाएगा। पद्मजा ने उन सभी लाभों का आनंद लिया है जो पार्टी ने उन्हें दिए थे। यह हमारी पार्टी के लिए कोई झटका नहीं है। कोई भी उनके साथ भाजपा में शामिल नहीं होगा।“

उन्होंने कहा, “पद्मजा वेणुगोपाल का पूरा ध्यान रखा गया और उन्हें उससे कहीं अधिक मिला जिसकी वह वास्तव में हकदार थीं।”

अनिल एंटनी जहाँ कांग्रेस पार्टी के आईटी सेल के प्रभारी थे, वहीं पद्मजा को पार्टी ने तीन बार चुनाव मैदान में उतारा – एक बार 2004 में लोकसभा के लिए और उसके बाद 2016 तथा 2021 में त्रिशूर विधानसभा के लिए। लेकिन वह जीतने में असफल रहीं।

वह पार्टी महासचिव थीं, और हाल ही में उन्हें राजनीतिक मामलों की समिति में शामिल किया गया था – पार्टी की वह संस्था जो महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय लेती है।

भाजपा में गुरुवार को शामिल होने के बाद शुक्रवार को दिल्ली से यहां पहुंची पद्मजा को राज्य पार्टी मुख्यालय ले जाया गया। उन्होंने मीडिया से कहा कि वह भाजपा में शामिल होकर खुश हैं क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बड़े और बहुत मजबूत नेता हैं।

पद्मजा ने कहा, “मुझे कांग्रेस पार्टी में घुटन हो रही थी क्योंकि यह एक ऐसी पार्टी है जो नेतृत्वहीन है। मैंने कई बार राष्ट्रीय नेतृत्व से मिलने की कोशिश की, लेकिन अपने सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद मैं सोनिया गांधी या राहुल गांधी से नहीं मिल पाई।”

नेता प्रतिपक्ष वी.डी. सतीसन ने पद्मजा के आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी में उनके साथ बुरे व्यवहार की बात “बिल्कुल सच नहीं है। वह जितनी हकदार थीं, उससे कहीं अधिक उन्हें दिया गया। हमारी पार्टी में सैकड़ों महिला नेताओं को देखें जो बिना किसी स्वार्थ के पार्टी के लिए संघर्ष करती रहती हैं। पद्मजा ने जो भी आरोप लगाया है वह झूठी कहानियों के पुलिंदे के अलावा कुछ नहीं है”।

इस घटनाक्रम पर चुटकी लेते हुए माकपा ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी की सदस्यता भाजपा का टिकट है। अनुभवी माकपा नेता और वाम संयोजक ई.पी. जयराजन ने कहा, “ऐसा प्रतीत होता है कि द्वार खुले हैं और किसी को भी अंदाजा नहीं है कि अगला कांग्रेस नेता किस पार जाएगा।”

पद्मजा के भाजपा में शामिल होने के बाद राज्य में सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। कई लोगों ने कहा कि अब केरल भाजपा के भीतर करुणाकरण और एंटनी गुट होंगे जैसा कि कांग्रेस पार्टी में तीन दशकों से ज्यादा देखा गया था।

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