श्रीनगर, 9 अप्रैल । जम्मू-कश्मीर में लोग मंगलवार शाम को रमजान महीने के समाप्त होने के बाद ईद त्योहार का इंतजार कर रहे हैं। ईद के मौके पर बाजार खरीदारों से गुलजार हैं।
ऐसे में ट्रैफिक जाम देखने को मिल रहा है। ईद-उल-फितर के त्योहार के अवसर पर स्थानीय लोग पिछले दो दिनों से नए कपड़े, बेकरी, मटन, पोल्ट्री, सब्जियां, खिलौने, बच्चों के लिए पटाखे और यहां तक कि नए इलेक्ट्रॉनिक गैजेट खरीदने के लिए बाजारों में उमड़ रहे हैं।
दुकानदार और मिठाई विक्रेता अपनी अलमारियों को ताजा स्टॉक से भरने में व्यस्त हैं। बेकरी की दुकानों के अलावा पोल्ट्री और मटन की दुकानें ईद की पूर्व संध्या पर घाटी में तीन सबसे व्यस्त बिक्री प्वाइंट हैं।
विशेष बाजार जांच दस्ते यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि खरीदारों को उचित मूल्य पर और अच्छी गुणवत्ता का सामान मिले।
प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि रसोई गैस, पेट्रोलियम उत्पादों और जरूरी वस्तुओं का पर्याप्त स्टोरेज हो ताकि ईद त्योहार के आसपास कोई कमी न हो।
राजधानी श्रीनगर के बाहर के शहरों और कस्बों में भी खरीदारों की भीड़ उमड़ रही है। पुरुष, महिलाएं और बच्चे ईद के त्योहार के लिए अपनी पसंद का सामान खरीदने के लिए बाजार में निकले हैं।
बुधवार को ईद की नमाज के लिए श्रीनगर शहर और घाटी के अन्य स्थानों पर विशेष व्यवस्था की गई है। परंपरागत रूप से, मुसलमान विभिन्न ईदगाहों में सामूहिक ईद की नमाज अदा करते हैं और फिर एक-दूसरे को गले लगाते हैं और ईद की बधाई देते हैं।
ईद एक ऐसा अवसर है, जब हर कश्मीरी मुस्लिम को अपने पंडित पड़ोसियों की याद आती है, जिन्हें 1990 के दशक की शुरुआत में यहां शुरू हुई विद्रोही हिंसा के बाद अपनी मातृभूमि से बाहर निकाल दिया गया था।
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