नई दिल्ली, 10 अप्रैल । दिल्ली हाईकोर्ट में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की याचिका खारिज होने के 24 घंटे बाद ही केजरीवाल सरकार को एक और बड़ा झटका लगा है। बुधवार को दिल्ली सरकार के मंत्री राजकुमार आनंद ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। राजकुमार आनंद ने अपनी ही पार्टी और केजरीवाल सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह पार्टी खुद भ्रष्टाचार के दलदल में फंस चुकी है।
गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कथित शराब घोटाले के आरोप में तिहाड़ जेल में बंद हैं। जाटव समुदाय से आने वाले राजकुमार आनंद ने कहा कि मैं सरकार और मंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं क्योंकि मैं इस भ्रष्ट आचरण में अपना नाम नहीं जुड़वाना चाहता।
राजकुमार आनंद का आम आदमी पार्टी से इस्तीफा बड़ा झटका माना जा रहा है। वह पटेल नगर से विधायक हैं। विधानसभा के चुनाव के दौरान उन्हें 61 प्रतिशत मत प्राप्त हुए थे।
राजकुमार आनंद ने दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि वह नहीं समझते कि अब हमारे (दिल्ली सरकार) पास शासन करने की कोई नैतिक शक्ति बची है।
उन्होंने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर ने ‘पे बैक टू सोसाइटी’ का जीवन मंत्र दिया था। उसी की वजह से मैं व्यापारी होते हुए भी एनजीओ में आया, एमएलए बना, जनप्रतिनिधि बना और मंत्री बना। उन्होंने कहा कि मैं समाज के लिए काम करने के लिए अरविंद केजरीवाल और दिल्ली सरकार के साथ जुड़ा था। दिल्ली सरकार बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के आदर्शों पर चलने की बात करती है। उनकी तस्वीरें विभिन्न कार्यालय में हैं। लेकिन, बाबा साहेब के बताए रास्ते पर नहीं चलते।
राजकुमार आनंद ने कहा कि हमारे यहां 13 राज्यसभा सांसद हैं। आम आदमी पार्टी के इन 13 राज्यसभा सांसदों में एक भी कोई दलित, पिछड़ा नहीं है। उन्होंने कहा जब आरक्षण की बात आती है तो यह पार्टी पीछे हट जाती है। बीते दिनों विधानसभा ने विभिन्न फैलो की भर्ती की जिनकी तनख्वाह लाखों रुपए में है लेकिन उसमें दलितों को कोई आरक्षण नहीं दिया गया। ऐसे में मेरे लिए इस सरकार में बने रहना बिल्कुल उचित नहीं है।
राजकुमार आनंद ने कहा कि मैं दिल्ली सरकार में मंत्री हूं और मेरे पास सात विभाग हैं। मैं राजनीति में तब आया था जब अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि राजनीति बदलेगी, लेकिन आज बड़े अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि राजनीति तो नहीं बदली, लेकिन राजनेता बदल गए। आम आदमी पार्टी का जन्म ही भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन से हुआ था, लेकिन, आज यह पार्टी ही भ्रष्टाचार के दलदल में फंसी हुई है। ऐसे में मेरे लिए मंत्री पद पर रहकर इस सरकार में काम करना और असहज हो गया है।
दिल्ली सरकार में समाज कल्याण मंत्री रहे राजकुमार आनंद ने न केवल अपने मंत्री पद से इस्तीफा दिया है बल्कि पार्टी को झटका देते हुए उन्होंने आम आदमी पार्टी को भी छोड़ने का निर्णय लिया है। मंत्री पद और आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देने के बाद राजकुमार आनंद ने कहा कि आज बहुत व्यथित हूं।
गौरतलब है कि बीते वर्ष राजकुमार आनंद के घर ईडी की रेड पड़ी थी।
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