नई दिल्ली, 5 मई उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सपा, कांग्रेस और इंडी गठबंधन पर जमकर निशाना साधा। इसके साथ ही उन्होंने परिवारवाद को लेकर भी इन दलों पर अपनी प्रतिक्रिया दी, साथ ही सपा कार्यकर्ताओं द्वारा महाराणा प्रताप की मूर्ति के अपमान पर भी उन्होंने पार्टी को घेरा।
योगी आदित्यनाथ ने कहा, ”आप इन ‘पारिवारिक दल’ से क्या उम्मीद करते हैं? इन पार्टियों के पास कोई एजेंडा नहीं है। वह उन नेताओं का अपमान करते हैं जिन्होंने इस देश को बनाया। लेकिन, माफिया और अपराधियों का यह महिमामंडन करते हैं। जनता इनको वोट से जवाब देगी।”
उन्होंने कहा, ”कांग्रेस नेतृत्व वाला इंडिया गठबंधन बनने के बाद से ही विवादों में रहा है। इसलिए, उनके नेताओं के विवादास्पद बयान कोई नई बात नहीं हैं। सबसे दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति यह है यह स्वार्थ का गठबंधन है। इसीलिए यह लोग लगातार इस प्रकार के बयान देते हैं जो भारत के दुश्मनों को अच्छा लगे और देश में विखंडन की स्थिति पैदा हो।”
उन्होंने कहा, ”इंडी गठबंधन के दलों के नेता अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा को और राष्ट्रीय अखंडता को अपूरणीय क्षति पहुंचा रहे हैं। यह सचमुच एक परिवार पर आधारित पार्टियों का चरित्र है। कांग्रेस हो, नेशनल कांफ्रेंस हो या समाजवादी पार्टी, इनके बयान आतंकवाद को प्रश्रय देने वाले, राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाले, भारत के बहादुर जवानों की शहादत को अपमानित करने वाले हैं। चुनाव के दौरान या उसके आगे पीछे भी इस प्रकार के बयान देशद्रोही तत्वों के दुस्साहस को बढ़ाते हैं और देश में अनावश्यक तरीके से माहौल खराब करते हैं। इंडी गठबंधन का यह कृत्य निंदनीय है। इनके किसी भी नेता पर इनका कोई नियंत्रण नहीं है, इसलिए जिसकी मर्जी में जो आता है, वह उस प्रकार की भाषा का प्रयोग अपने तरीके से अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए करता है।”
उन्होंने आगे कहा, ”सच्चाई तो यह है कि जम्मू कश्मीर विकास की एक नई धारा के साथ जुड़ा है और आज देश के अंदर वह एक बेहतरीन लोकतांत्रिक माहौल की तरफ जा रहा है। जो परिवारवादी सत्ता वहां पर हावी थी। आज उसके दिन लद चुके हैं। आज वहां पर जनता के प्रतिनिधि सही मायने में चुनकर आने की स्थिति में हैं। पंचायत चुनाव में इसके उदाहरण भी देखने को मिले। अब जिनके पैरों के नीचे की जमीन खिसक चुकी है, वे लोग हताशा-निराशा में इस प्रकार के बयान दे रहे हैं, जिससे कंगाल पाकिस्तान भी इन बयानों से खुश हो सके। पाकिस्तान की ओर से इंडिया गठबंधन के नेता राहुल गांधी के समर्थन में और उनके नेताओं के समर्थन में बयान आते हैं।”
मैनपुरी में महाराणा प्रताप की मूर्ति के अपमान को लेकर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इन परिवारवादी दलों से आप क्या उम्मीद करते हैं। यह केवल अपने परिवार तक सीमित हैं। स्वाभाविक रूप से मैंने पहले भी कहा है कि कांग्रेस हो, समाजवादी पार्टी हो या नेशनल कॉन्फ्रेंस इनका कोई नेशनल एजेंडा नहीं है। इनका एजेंडा इनका खुद का परिवार है। स्वार्थ पर आधारित इनके परिवार का एजेंडा एक तरफ राष्ट्र नायकों का अपमान करता है तो दूसरी तरफ माफिया और आतंकी तत्वों के लोगों को प्रश्रय देता है और प्रोत्साहित करता है, उनका महिमामंडन करता है। यही प्रदेश है, जहां समाजवादी पार्टी ने 2012 में सत्ता में आने पर आतंकवादियों को, जिन लोगों ने अयोध्या में राम जन्मभूमि पर, काशी में संकट मोचन मंदिर पर, अयोध्या, वाराणसी और लखनऊ की कचहरियों पर और सीआरपीएफ कैंप रामपुर पर हमला किया था, उन आतंकियों के मुकदमों को बेशर्मी के साथ वापस लेने का कुत्सित प्रयास किया था। अभी कुछ दिन पहले एक कुख्यात माफिया की मौत होती है। उसके मरने पर उसके घर में संवेदना व्यक्त करने के लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जाते हैं। जब राम जन्मभूमि आंदोलन चला था, इनका व्यवहार रामभक्तों के साथ कैसा था? प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह की मृत्यु पर समाजवादी पार्टी का आचरण कैसा था? राष्ट्रनायक महाराणा प्रताप की मूर्ति के साथ जिस प्रकार का अपमानजनक और अवमानना पूर्ण व्यवहार समाजवादी पार्टी के नेताओं का था, वो अत्यंत निंदनीय है। मैं इस कृत्य की भर्त्सना करता हूं।
उन्होंने कहा कि यह केवल समाजवादी पार्टी का नहीं, यही महाराष्ट्र के अंदर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ भी था। छत्रपति शिवाजी महाराज की एक मूर्ति उनका एक समर्थक उन्हें देना चाहता था, लेकिन, राहुल गांधी ने लेने से इनकार कर दिया। यह राष्ट्र नायक का सम्मान नहीं, आतंकियों, माफियाओं, आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के साथ पाकिस्तान का महिमामंडन करेंगे। जो समाज की सुरक्षा के लिए, बेटी और व्यापारी की सुरक्षा के लिए खतरा बने हुए हैं, उनका महिमामंडन करेंगे। देश की जनता देख रही है और जनता जनार्दन चुनाव में इनको सही जवाब देगी।
सीएम योगी ने आगे कहा कि जब कोई बेशर्मी ओढ़ लेता है और केवल स्वार्थ की राजनीति करता है, तो इस प्रकार के दृश्य सामने आते हैं। शनिवार को मैनपुरी की घटना हो या महाराष्ट्र की घटना, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी या नेशनल कॉन्फ्रेंस, तीनों एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं। इनसे बहुत कुछ उम्मीद मत करिए।
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