भोपाल, दक्षिणपंथी संगठन संस्कृति बचाओ मंच (एसबीएम) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को एक ज्ञापन भेजकर भोपाल में जामा मस्जिद का पुरातात्विक सर्वेक्षण कराने की मांग की है।
संगठन का दावा है कि मस्जिद भगवान शिव के एक मंदिर परिसर पर बनाई गई है। सोमवार को मीडियाकर्मियों से बात करते हुए एसबीएम प्रमुख चंद्रशेखर तिवारी ने कहा, “हमें बहुत उम्मीद है कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री हमारे अनुरोध पर संज्ञान लेंगे।” करीब दो हफ्ते पहले तिवारी ने कुछ अन्य एसबीएम सदस्यों के साथ मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से मुलाकात की थी। बैठक के दौरान संगठन ने जामा मस्जिद के सर्वे की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा था।
दक्षिणपंथी संगठन ने एक किताब – ‘हयाते-ए-कुदसी’ (भोपाल की पहली महिला शासक नवाब कुदिसा बेगम द्वारा लिखित) से एकत्र किए गए तथ्यों के आधार पर सर्वेक्षण की मांग उठाई है – जिसमें उल्लेख है (जैसा कि समूह का दावा है), “भोपाल की जामा मस्जिद के निर्माण का काम 1832 में शुरू हुआ और 1857 में पूरा हुआ था।”
एसबीएम ने दावा किया कि यह भी उल्लेख किया गया है कि मस्जिद उसी जमीन पर बनाई गई थी, जहां ‘सभा मंडप’ के नाम से जाना जाने वाला एक हिंदू मंदिर पहले से मौजूद था।
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