अजमेर, 6 मई । राजस्थान के अजमेर में हाल ही में एक होटल में लगी आग की घटना में घायल महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई। महिला गुजरात के भावनगर की रहने वाली थी, जिसकी पहचान अल्पा के रूप में हुई है। अजमेर के डिग्गी बाजार स्थित होटल नाज में आग लग गई थी। इस अग्निकांड में घायल होने के बाद महिला का इलाज चल रहा था।
उल्लेखनीय है कि गत 2 मई को हुए इस अग्निकांड में घटना के दिन तीन साल के मासूम सहित चार लोगों की मौत हो गई थी। मंगलवार को महिला की मौत के बाद मरने वालों की संख्या पांच हो गई।
अग्निकांड के मृतकों को अजमेर दरगाह में खादिमों की संस्था अंजुमन सैयद जादगान ने मृतकों को एक-एक लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए का मुआवजा दिया है। इसके अलावा उन्होंने मृतकों के घर तक जाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था भी निःशुल्क कराई।
अंजुमन के सचिव सैयद सरवर चिश्ती ने कहा कि मरने वाले चाहे हिंदू हों या मुसलमान, अंजुमन सबकी सहायता करती है। जब भी देश में कोई आपदा आती है, तब भी संस्था अंजुमन सहायता राशि देती है।
उन्होंने बताया कि जिनकी मौत हुई है उनमें गुजरात की एक लड़की है और चार मुस्लिम लड़के हैं। हमारे लिए हिंदू मुसलमान सब बराबर हैं। अंजुमन सैयद जादगान ने मरने वालों को एक-एक लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए देने के अलावा एंबुलेंस से आने-जाने का खर्चा उठाया है। हमारी पूरी टीम लगी हुई है। हर तरह से टीम सहयोग कर रही है।
गौरतलब है कि 2 मई को डिग्गी बाजार स्थित नाज होटल में सुबह करीब आठ बजे आग लग गई। देखते ही देखते आग होटल की पांचवीं मंजिल तक पहुंच गई। होटल में जायरीन ठहरे हुए थे। करीब साढ़े तीन घंटे बाद आग पर काबू पाया जा सका। इस हादसे में गुजरात के एक परिवार के तीन लोगों और दिल्ली के एक युवक की उसी दिन मौत हो गई थी।