कुल्लू जिले में साइबर धोखाधड़ी का एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां ठगों ने फेसबुक के जरिए पुराने सिक्के ऊंची कीमत पर बेचने का झांसा देकर एक व्यक्ति से करीब 9.77 लाख रुपये ठग लिए हैं। निर्मंड पुलिस थाना क्षेत्र में दर्ज यह घटना साइबर अपराधियों द्वारा भोले-भाले उपयोगकर्ताओं को फंसाने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के बढ़ते दुरुपयोग को उजागर करती है।
शिकायत के अनुसार, थारवा गांव के निवासी केदार सिंह फेसबुक के माध्यम से अज्ञात व्यक्तियों के संपर्क में आए। 2 सितंबर को, उन्होंने सचिन नाम के एक व्यक्ति से बातचीत शुरू की, जिसने दावा किया कि वह पुराने सिक्कों को ऊंचे दामों पर बेचने का काम करता है। सचिन ने केदार सिंह को सौदे के लिए राजी कर लिया और उनसे कहा कि अनिवार्य पंजीकरण के लिए गूगल पे के माध्यम से थोड़ी सी रकम ट्रांसफर करनी होगी।
कुछ समय बाद, अन्य व्यक्तियों ने केदार सिंह से संपर्क किया और खुद को इस प्रक्रिया से जुड़े प्रबंधक और अधिकारी बताया। पंजीकरण शुल्क, कर, प्रसंस्करण शुल्क और अन्य शुल्कों के बहाने उन्होंने बार-बार पैसे की मांग की। केदार सिंह ने उनके आश्वासनों पर भरोसा करते हुए उन्हें पैसे भेजते रहे।
रिपोर्ट के अनुसार, यह धोखाधड़ी 5 सितंबर से 1 दिसंबर तक जारी रही और केदार सिंह ने गूगल पे के माध्यम से लगभग 51 लेनदेन में 977,885 रुपये विभिन्न मोबाइल फोन नंबरों पर भेजे जो बैंक खातों से जुड़े थे। यह पैसा मुन्ना कुमार, अलामीन मियां और सुधाकर बसु सहित अन्य लोगों के नाम पर मौजूद बैंक खातों में भेजा गया था।
आरोपी ने केदार सिंह को आश्वासन दिया था कि प्रक्रिया पूरी होने के बाद, पुराने सिक्कों की बिक्री से प्राप्त लाभ सहित पूरी राशि 24 घंटे के भीतर वापस कर दी जाएगी। हालांकि, बार-बार संपर्क करने के बावजूद, न तो वादा की गई राशि वापस मिली और न ही आरोपी से संपर्क हो सका। तब केदार सिंह को एहसास हुआ कि उनके साथ धोखा हुआ है और उन्होंने निर्मंड पुलिस में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई।
कुल्लू एसपी मदन लाल कौशल ने बताया कि बीएनएस की धारा 318(4) के तहत मामला दर्ज किया गया है और साइबर धोखाधड़ी के नजरिए से इसकी जांच की जा रही है। उन्होंने आगे बताया कि दोषियों का पता लगाने के लिए मामले में इस्तेमाल किए गए बैंक खातों, मोबाइल फोन नंबरों और डिजिटल लेनदेन के विवरणों की गहन जांच की जा रही है।
पुलिस ने एक बार फिर आम जनता से ऑनलाइन धोखाधड़ी के प्रति सतर्क रहने की अपील की है। नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे सोशल मीडिया पर लुभावने प्रस्तावों, विशेषकर अग्रिम भुगतान या पंजीकरण शुल्क से जुड़े प्रस्तावों के झांसे में न आएं और पैसे भेजने से पहले ऑनलाइन लेनदेन की प्रामाणिकता की जांच कर लें।

