अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य में 12 अगस्त को जिले में एक माह तक एड्स जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। हरियाणा राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी, पंचकूला के निर्देशानुसार, राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत उपलब्ध विभिन्न सुविधाओं के बारे में निवासियों को जागरूक किया जाएगा।
मीडिया कार्यशाला को संबोधित करते हुए रोहतक के सिविल सर्जन डॉ. रमेश चंद्र आर्य ने कहा कि स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता सत्र आयोजित किए जाएंगे, इसके अलावा कॉमन सर्विस सेंटरों पर जागरूकता और परीक्षण सत्र, सेमिनार, रेड रन और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी।
सिविल सर्जन ने बताया कि हरियाणा देश का एकमात्र राज्य है जहां एचआईवी एड्स प्रभावित निवासियों को 2,250 रुपये की मासिक सहायता प्रदान की जाती है।
उन्होंने बताया, “कोई भी व्यक्ति राष्ट्रीय टोल-फ्री नंबर 1097 पर कॉल करके एचआईवी और एड्स के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकता है। सभी निवासी अपने नज़दीकी एकीकृत परामर्श एवं परीक्षण केंद्र (आईसीटीसी) में जाकर एचआईवी/एड्स की जाँच करवा सकते हैं। यह पूरी तरह गोपनीय और निःशुल्क है। इसके साथ ही, एचआईवी पॉजिटिव व्यक्तियों को एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी (एआरटी) केंद्रों पर निःशुल्क दवाएँ भी उपलब्ध कराई जाती हैं।”
डॉ. आर्य ने कहा कि एचआईवी/एड्स के संबंध में भय, भेदभाव और गलत धारणाओं को दूर करने के लिए और अधिक काम किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि एचआईवी/एड्स से संक्रमित व्यक्ति समय पर उपचार लेकर अपने परिवार की सुरक्षा कर सकता है।
सिविल सर्जन ने कहा, “एचआईवी/एड्स से बचाव का एकमात्र उपाय रोकथाम है। हालाँकि, अगर समय पर पता लगाकर इलाज किया जाए, तो संक्रमित व्यक्ति के वायरल लोड को नियंत्रित रखा जा सकता है ताकि संक्रमण दूसरे लोगों में न फैले।”
मुख्य वक्ता के रूप में जिला एकीकृत एचआईवी/एड्स रणनीति (दिशा), जींद के क्लस्टर कार्यक्रम प्रबंधक मनोज कुमार ने राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के तहत उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी दी तथा कार्यक्रम में पत्रकारों की सक्रिय भूमिका पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी डॉ. दिनेश गर्ग ने पत्रकारों से अपील की कि वे एचआईवी/एड्स के साथ-साथ सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही जांच और उपचार सुविधाओं के बारे में निवासियों में जागरूकता पैदा करें।
इस अवसर पर उप सिविल सर्जन डॉ. अनिलजीत त्रेहन, कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला परिवार कल्याण शिक्षा अधिकारी सुरेश भारद्वाज तथा काउंसलर कुसुम उपस्थित थे।