धर्मशाला, 12 अगस्त धर्मशाला से करीब 30 किलोमीटर दूर रानीताल के पास निर्माणाधीन मटौर-शिमला फोर-लेन सड़क का एक हिस्सा बह गया। कांगड़ा क्षेत्र में रात भर हुई भारी बारिश के बाद सुबह के समय रानीताल के पास फोर लेन सड़क की दो लेन बह गईं। सूत्रों ने बताया कि सड़क इसलिए बह गई क्योंकि जिस पुरानी दीवार के सहारे सड़क खड़ी थी, वह ढह गई।
सड़क के क्षतिग्रस्त हिस्से का मलबा नैरो-गेज पठानकोट जोगिंदरनगर रेलवे लाइन की पटरी पर गिर गया। मानसून के कारण इस ट्रैक पर रेल सेवाएं पहले ही निलंबित कर दी गई थीं। हालांकि, यहां उपलब्ध सूत्रों ने बताया कि ट्रैक को हुए नुकसान की वजह से इस क्षेत्र में रेल सेवाएं फिर से शुरू होने में देरी हो सकती है।
राष्ट्रीय राजमार्ग के हिस्से को क्षति पहुंचने के बावजूद यातायात बाधित नहीं हुआ, क्योंकि राष्ट्रीय राजमार्ग की शेष दो लेन अभी भी बरकरार हैं।
क्षेत्र में भारी बारिश के कारण कांगड़ा शहर के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। नालियों के अवरुद्ध होने से कांगड़ा शहर की सड़कें और गलियाँ जलमग्न हो गई हैं। कांगड़ा शहर में नालियों पर लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है, जिससे भारी बारिश के बाद बारिश का पानी नालियों में ही बहता है।
रेल ट्रैक बाधित क्षतिग्रस्त सड़क का मलबा नैरो-गेज पठानकोट जोगिंदरनगर रेलवे लाइन की पटरी पर गिर गया। पटरी को हुए नुकसान के कारण ट्रेन सेवाएं बहाल होने में देरी हो सकती है।