कुरुक्षेत्र के सरकारी संस्कृति मॉडल स्कूल में गुरु गोविंद सिंह के चार साहिबजादों के साहस और बलिदान को दर्शाने वाली एक रेत कला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। वीर बाल दिवस के अवसर पर हरियाणा कला एवं सांस्कृतिक मामलों के विभाग द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। रेत कलाकार ओमप्रकाश ने अपनी कला के माध्यम से साहिबजादा अजीत सिंह, जुझार सिंह, जोरावर सिंह और फतेह सिंह की शहादत के हर पल को चित्रित किया। 40 मिनट की इस प्रदर्शनी ने युवा पीढ़ी के सामने मुगलों के अत्याचारों और चारों साहिबजादों की वीरतापूर्ण गाथा को प्रस्तुत किया।
कलाकार ने चार साहिबजादों के जन्म, खालसा पंथ की स्थापना, मुगल शासकों और सरहिंद के सूबेदार वजीर खान के हमलों, गुरु गोविंद सिंह के अपने परिवार के साथ आनंदपुर साहिब किले को छोड़कर मुगल सेना से लड़ने जाने, गुरु गोविंद सिंह के परिवार के बिछड़ने और चमकौर साहिब के युद्ध को चित्रित किया है।
ओमप्रकाश ने दिखाया कि कैसे वज़ीर खान ने दोनों साहिबजादों को डराने, धमकाने और यहां तक कि मनाने की कोशिश की, लेकिन दोनों अपने फैसले पर अडिग रहे। इस अवसर पर आयोजित निबंध लेखन प्रतियोगिता में स्कूली बच्चों ने भी भाग लिया। विभाग ने वीर बाल दिवस के उपलक्ष्य में अंबाला शहर के पीकेआर गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल में इसी तरह की रेत कला प्रदर्शनी का आयोजन किया।
रेत कलाकार सर्वम पटेल ने अपनी कलाकृतियों के माध्यम से युवा पीढ़ी को इतिहास से परिचित कराया। अंबाला जिला शिक्षा अधिकारी सुधीर कालरा ने कहा कि वीर बल दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित रेत कला प्रदर्शनी ने निस्संदेह छात्रों को साहिबजादों की वीरता के बारे में जानकारी प्रदान की है।


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