September 8, 2024
Himachal

रोहतक में बनेगा छोटा जंगल; जींद-गोहाना रोड पर लगाए जाएंगे 10,000 पौधे

रोहतक, 24 जुलाई रोहतक शहर के बाहरी इलाके में गोहाना-जींद रोड पर स्थित एचएसवीपी की 3 एकड़ जमीन पर एक छोटा जंगल बनाया जाएगा। इस जमीन पर जापानी तकनीक ‘मियावाकी’ से विभिन्न प्रजातियों के 10,000 पौधे लगाए जाएंगे।

मियावाकी पद्धति में विभिन्न देशी प्रजातियों के पौधे एक दूसरे के करीब लगाए जाते हैं और ये सीधे सूर्य की रोशनी में तेजी से बढ़ते हैं। वन विभाग ने पौधों की सुरक्षा के लिए हरित पट्टी के चारों ओर कंटीले तार भी लगाए हैं।

रोहतक के डिप्टी कमिश्नर अजय कुमार ने बताया कि ये पेड़ एक गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। जीवन का अभिन्न अंग है और सभी को पर्यावरण की बेहतरी के लिए खुले स्थानों पर पेड़ लगाने और इनकी सुरक्षा करने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।

उन्होंने कहा, “ग्लोबल वार्मिंग और पर्यावरण क्षरण के प्रतिकूल प्रभावों को नियंत्रित करने में पौधरोपण महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और विभिन्न विभागों से खाली पड़ी भूमि का ब्यौरा मांगा गया है ताकि उनका उपयोग पौधरोपण के लिए किया जा सके।”

कुमार ने कहा, ‘‘इसके अलावा, सड़क-डिवाइडर, हरित पट्टियों पर भी पौधारोपण किया जाएगा तथा स्थानीय पंचायतों के माध्यम से विभिन्न गांवों में पौधारोपण अभियान भी चलाया जाएगा।’’

अतिरिक्त उपायुक्त वैशाली सिंह, जो हरियाणा उदय कार्यक्रम की नोडल अधिकारी भी हैं, ने कहा कि प्रकृति से जुड़ाव बनाए रखने के लिए पौधारोपण बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा, “पेड़ पर्यावरण की अशुद्धियों को सोख लेते हैं और हमें शुद्ध और ताजा ऑक्सीजन देते हैं।”

उन्होंने कहा, “इसकी निरंतरता बनाए रखने के लिए हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए। पौधारोपण के बाद इनकी सुरक्षा करना भी बहुत जरूरी है।” एडीसी ने निवासियों से अपील की कि वे अपने आंगनों, गलियों और आसपास पौधे लगाएं तथा उन्हें जीवित रखने का ध्यान रखें।

उन्होंने कहा कि हरियाणा उदय कार्यक्रम के तहत जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं।

सिंह ने कहा, ‘‘हरियाणा उदय कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य सामुदायिक सहभागिता को मजबूत करना तथा जिला प्रशासन, कानून प्रवर्तन एजेंसियों और निवासियों के बीच बेहतर संबंधों को बढ़ावा देना है।’’

प्रभागीय वनाधिकारी सुन्दर संभार्य ने बताया कि चालू सीजन में वन विभाग की नर्सरी में पांच लाख पौधे तैयार किए गए।

इस वर्ष विभाग 1.21 लाख पौधे लगाएगा तथा पौधागिरी योजना, जल-शक्ति अभियान और निःशुल्क आपूर्ति अभियान के तहत स्कूली विद्यार्थियों, पंचायतों और विभिन्न संस्थाओं को 2.25 लाख पौधे उपलब्ध कराएगा।

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