नूह के मालब गांव स्थित सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज का एक वायरल वीडियो सामने आया है, जिसमें छात्र मेवाती गीतों की धुन पर कुर्सियां फेंकते और हथौड़ों से तोड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। ‘मेवाती फ्यूचर इंजीनियर’ शीर्षक वाले इस वीडियो ने छात्रों के व्यवहार और कॉलेज प्रशासन की लापरवाही पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
हैरानी की बात यह है कि घटना के दौरान किसी भी कर्मचारी ने हस्तक्षेप नहीं किया, जिससे प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठने लगे। विवाद तब और बढ़ गया जब वीडियो सोशल मीडिया से मुख्यधारा मीडिया तक फैल गया, जिसके बाद कॉलेज और पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी। कॉलेज के प्रधानाचार्य रहीश ने कहा कि कुर्सियाँ पहले से ही जर्जर थीं और छात्रों ने अश्लील सामग्री देखने की लालसा में ऐसा किया, जो कि गलत है। उन्होंने आगे कहा, “छात्रों की पहचान की जाएगी और उनके खिलाफ जल्द ही अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।”
पुलिस प्रवक्ता कृष्ण कुमार ने कहा कि छात्रों ने सोशल मीडिया पर व्यूज बढ़ाने के लिए कबाड़ की चीजों को तोड़कर एक रील बनाई।

