आम आदमी पार्टी (आप) ने पंजाब की मंडियों में धान की धीमी खरीद और पुराने अनाज के उठान के मुद्दों को लेकर बुधवार को केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ चंडीगढ़ में बड़ा विरोध प्रदर्शन किया।
आप नेता चंडीगढ़ में भाजपा कार्यालय का घेराव करने जा रहे थे, तभी चंडीगढ़ पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया और उन्हें रोकने के लिए पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया। आप नेताओं और पुलिस के बीच झड़प और धक्का-मुक्की भी हुई।
इस दौरान मंत्री हरजोत बैंस की पगड़ी गिर गई, जिससे मामला और बिगड़ गया। जवाब में आप नेताओं ने चंडीगढ़ पुलिस और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
लेकिन इस बार केंद्र सरकार ने जानबूझकर गोदामों से पुराना अनाज नहीं उठाया। अब मंडियां धान से अटी पड़ी हैं। किसान, व्यापारी, शेलर मालिक और मजदूर सभी परेशान हैं, लेकिन केंद्र सरकार सुन नहीं रही है।
ईटीओ ने कहा कि भाजपा नेता अपनी गलतियों को छिपाने के लिए झूठी अफवाहें फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी समस्याओं की जड़ केंद्र सरकार और उसकी एजेंसी एफसीआई है।
पंजाब सरकार पिछले सात-आठ महीनों से एफसीआई को पत्र लिख रही है और मुख्यमंत्री भगवंत मान केंद्रीय मंत्रियों से मिल चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
ईटीओ ने कहा कि हमारा प्रदर्शन किसानों, मजदूरों, व्यापारियों और शैलर मालिकों के समर्थन में है और केंद्र सरकार के खिलाफ है। हम अंत तक किसानों के हक की लड़ाई लड़ेंगे और समस्या का समाधान सुनिश्चित करेंगे।
मंत्री हरजोत बैंस ने कहा कि केंद्र सरकार ने हमेशा पंजाब के साथ अन्याय किया है। उन्होंने कहा कि आज वह यहां मंत्री, विधायक या आम आदमी पार्टी के सदस्य के तौर पर नहीं बल्कि पंजाब के एक किसान के बेटे के तौर पर मौजूद हैं।
बैंस ने कहा कि उनके पूर्वजों ने पंजाब की धरती को खेती योग्य बनाने के लिए कड़ी मेहनत की है। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि जब पूरे देश में लोग दिवाली मना रहे हैं, तब पंजाब के किसान मंडियों में संघर्ष कर रहे हैं। उनका दोष सिर्फ इतना है कि उन्होंने भाजपा सरकार के काले कृषि कानूनों के खिलाफ लड़ाई लड़ी।
उन्होंने कहा कि भाजपा चाहे जितनी भी कोशिश कर ले, हम अपने किसानों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे। पुलिस के साथ हुई हाथापाई और पगड़ी गिरने के बारे में बैंस ने कहा कि अगर पुलिस ने उन पर हमला किया होता तो उन्हें इतना दर्द नहीं होता, लेकिन उनकी पगड़ी पर हुए हमले से उन्हें बहुत दुख पहुंचा है। उन्होंने कहा कि हम गुरु गोबिंद सिंह जी की संतान हैं, जिन्होंने कहा था कि जुल्म करना और जुल्म सहना दोनों ही गलत है। इसलिए जब तक यह मसला हल नहीं हो जाता, हमारा संघर्ष जारी रहेगा।
मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने कहा कि जिस तरह इंदिरा गांधी ने 40 साल पहले पंजाब के साथ बुरा व्यवहार किया था, उसी तरह नरेंद्र मोदी और भाजपा आज भी वैसा ही कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2022 में जब से आप सरकार सत्ता में आई है, तब से वे राज्य को लगातार परेशान कर रहे हैं। पिछली बार उन्होंने सीसीएल की सीमा जारी करने में देरी की और इस बार जानबूझकर फसलों का उठाव नहीं किया। उठाव अभी भी बहुत धीमी गति से हो रहा है।
भुल्लर ने कहा कि मोदी सरकार पंजाब के किसानों और व्यापारियों को परेशान करने और आम आदमी पार्टी को बदनाम करने की साजिश के तहत काम कर रही है, लेकिन पंजाब के लोग बहुत समझदार हैं और भाजपा की गंदी राजनीति को समझते हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान स्थिति पर पूरी तरह से नज़र रखे हुए हैं। मान खुद अधिकारियों और विधायकों के साथ मंडियों की स्थिति का जायज़ा ले रहे हैं। मंडियों में धान की खरीद जारी है। पंजाब सरकार किसानों को 24 घंटे के अंदर भुगतान कर रही है। पंजाब सरकार अपना काम कर रही है, लेकिन केंद्र सरकार सिर्फ़ परेशानियाँ खड़ी करने पर ध्यान दे रही है।
मंत्री तरुणप्रीत सिंह सोंध ने चंडीगढ़ पुलिस की कार्रवाई की आलोचना करते हुए कहा कि यह भाजपा द्वारा किया गया एक खुला हमला है। हम निहत्थे लोग हैं जो शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे हैं। यह हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है। तो फिर पुलिस हमें प्रदर्शन करने से रोकने के लिए किससे आदेश ले रही है?
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की नीयत खराब है। वे समस्याओं का समाधान नहीं चाहते। अगर वे वाकई चाहते तो उठान पहले ही हो चुका होता। हम पंजाब के किसानों के साथ खड़े हैं और जब भी जरूरत होगी हम उनके लिए लड़ेंगे।