अभिनेता अभिषेक बच्चन ने बॉलीवुड में 25 साल पूरे कर लिए हैं। इस मौके पर उनके पिता और अभिनेता अमिताभ बच्चन बेहद भावुक नजर आए और बेटे की तारीफ की। अमिताभ ने अपने ब्लॉग में लिखा कि जीवन का सार है ‘कभी हार न मानना’। उन्होंने कहा ‘लड़ते रहो, अंत तक डटे रहो। जीत हो या हार, कम से कम तुमने लड़ाई लड़ी।’
अमिताभ बच्चन ने बेटे अभिषेक बच्चन की तारीफ करते हुए अपने ब्लॉग में कहा कि उन्होंने हमेशा खुद से ही अपनी तुलना की, जो हर किसी के बस की बात नहीं।
अमिताभ ने लिखा, “हारने वाला, जो हिम्मत और दृढ़ता दिखाता है, वह तथाकथित विजेता से ज्यादा सम्मान पाता है। ऐसा हारने वाला हमेशा इसलिए याद किया जाता है क्योंकि ‘उसने लड़ाई लड़ी और लगभग जीत गया’। यह व्यावसायिक सफलता से कहीं बड़ी उपलब्धि है।”
उन्होंने बॉलीवुड में अभिषेक के 25 साल के सफर को बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि दूसरों से तुलना करना कमजोरी है। उन्होंने कहा, “25 साल कोई छोटी बात नहीं। अभिषेक, तुमने हमेशा खुद से तुलना की; यह हर किसी के बस की बात नहीं।”
अमिताभ ने यह भी कहा कि सीखने की प्रक्रिया कभी नहीं रुकनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा, “हर दिन मैं और सीखता हूं। लोग कहते हैं कि तुमने बहुत कुछ किया, अब आराम करो। लेकिन नहीं, रुकना जीवन की हार है। कभी हार नहीं माननी चाहिए।”
उन्होंने ‘कभी हार न मानो’ को सिर्फ एक वाक्य नहीं, बल्कि एक सोच बताया, जो सफलता के सफर को आकार देती है। अमिताभ ने कहा, “जीवन चुनौतियों और असफलताओं से भरा है। लेकिन, जो डटकर मुकाबला करते हैं, वे ऊपर उठते हैं। हर गिरावट एक सबक है और हर चुनौती आंतरिक ताकत की परीक्षा।”
अभिषेक ने साल 2000 में जेपी दत्ता की फिल्म ‘रिफ्यूजी’ से बॉलीवुड डेब्यू किया था, जिसमें उनके साथ अभिनेत्री करीना कपूर खान हैं। यह फिल्म एक भारतीय मुस्लिम की कहानी है, जो भारत-पाकिस्तान सीमा पर शरणार्थियों की मदद करता है। इस फिल्म में जैकी श्रॉफ, सुनील शेट्टी और अनुपम खेर भी अहम भूमिकाओं में हैं।