नई दिल्ली, 6 नवंबर । एबीपी न्यूज के लिए सीवोटर द्वारा किए गए एक विशेष जनमत सर्वे से पता चलता है कि संभावित मतदाताओं के एक बड़े समूह ने पहले ही अपना मन बना लिया है कि विधानसभा चुनावों में किसे वोट देना है।
एकमात्र राज्य जहां वोटों के एक बड़े हिस्से ने अपना मन नहीं बनाया है, वह है मिजोरम।
ओपिनियन पोल से सामने आए आंकड़ों के विश्लेषण के मुताबिक, फैसला ले चुके वोटरों का सबसे ज्यादा हिस्सा मध्य प्रदेश (76.6 फीसदी) में है।
सबसे कम अनुपात छोटे पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम (44.1 प्रतिशत) में देखा गया है।
अन्य राज्यों के लिए संबंधित आंकड़े राजस्थान (72.7 प्रतिशत), तेलंगाना (66.8 प्रतिशत) और छत्तीसगढ़ (66.6 प्रतिशत) हैं।
अनुमान के मुताबिक, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में कांग्रेस आगे दिख रही है, राजस्थान में बीजेपी जबकि तेलंगाना में बीआरएस और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर है।
छत्तीसगढ़ को छोड़कर अधिकांश मुकाबलों में कांटे की टक्कर नजर आ रही है। ऐसी स्थिति में, पार्टियों के पास उन मतदाताओं को लुभाने का मौका है जिन्होंने अभी तक अपना मन नहीं बनाया है।
उदाहरण के लिए, मिजोरम में 23 प्रतिशत लोगों का कहना है कि वे मतदान से ठीक पहले फैसला करेंगे कि किसे वोट देना है।
अन्य राज्यों में भी फैसला नहीं लेने वालों की संख्या नगण्य नहीं है।
अनिर्णीत मतदाताओं का सबसे कम अनुपात वाला राज्य राजस्थान (10.3 प्रतिशत) है।
अन्य राज्यों के लिए संबंधित आंकड़े तेलंगाना (17.8 प्रतिशत), छत्तीसगढ़ (14.9 प्रतिशत) और मध्य प्रदेश (12 प्रतिशत) हैं।
सीवोटर की टीमों ने पांच राज्यों में लगभग 63,000 पंजीकृत मतदाताओं से सवाल पूछे। त्रुटि की संभावना 3 प्रतिशत है।
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