मंत्रिमंडल विस्तार के बाद अब विधानसभा उपाध्यक्ष, मुख्य सचेतक और उपमुख्य सचेतक के लिए लाॅबिंग शुरू हो गई है। 19 दिसंबर से शुरू हो रहे विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू तीन अन्य विधायकों की इन पदों पर नियुक्ति कर सकते हैं। मंडी से कांग्रेस के एकमात्र विधायक चंद्रशेखर को कैबिनेट दर्जे का एक पद मिलना पक्का माना जा रहा है। इनके अलावा विधायक संजय रतन, कुलदीप राठौर, विनय कुमार, भवानी पठानिया और रवि ठाकुर को भी इन पदों पर तैनाती की आस है। सुक्खू सरकार का एक साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद भी विधानसभा उपाध्यक्ष पद खाली चल रहा है।
मंत्रिमंडल विस्तार के बाद इसकी संभावनाएं और अधिक बढ़ गई हैं। सरकार के गठन के बाद कुलदीप पठानिया को विधानसभा अध्यक्ष बनाए जाने के बाद कुलदीप राठौर को उपाध्यक्ष पद पर तैनाती की चर्चा थी लेकिन पद रिक्त रखा गया। सरकार में मुख्य सचेतक और उपमुख्य सचेतक के पद भी अब तक खाली हैं। यह दोनों पद भी कैबिनेट दर्जे के हैं। ऐसे में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद अब विधानसभा उपाध्यक्ष, मुख्य सचेतक और उपमुख्य सचेतक पद के लिए तलबगारों ने लाॅबिंग तेज कर समीकरण भिड़ाने शुरू कर दिए हैं।
विधानसभा अध्यक्ष को भी मंत्री बनाने की चर्चा विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया को बजट सत्र के बाद मंत्री बनाने की चर्चा है। मंत्रिमंडल के किसी एक सदस्य को लोकसभा चुनाव में उतारने के बाद खाली होने वाले मंत्री पद पर पठानिया की तैनाती हो सकती है। मंगलवार को राजभवन में नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण के दौरान इसकी खूब चर्चा रही।