January 21, 2025
National

अकाल तख्त ने समुद्र तटों और रिसॉर्ट्स में ‘आनंद कारज’ पर प्रतिबंध लगाया

Akal Takht bans ‘Anand Karaj’ in beaches and resorts

अमृतसर, 16 अक्टूबर । अकाल तख्त ने गरिमा के उल्लंघन का हवाला देते हुए सोमवार को रिसॉर्ट्स और समुद्र तटों पर आनंद कारज के लिए शादियों में श्री गुरुग्रंथ साहिब ग्रंथों को ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया।

सिख रीति-रिवाजों के अनुसार समारोह आयोजित करने के लिए गुरु ग्रंथ साहिब के ‘सरूप’ (ग्रंथ) गुरुद्वारों से विवाह स्थलों पर लाए जाते हैं।

अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह की अध्यक्षता में पांच उच्च पुजारियों ने रिसॉर्ट्स और समुद्र तटों पर ‘आनंद कारज’ पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया।

ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा, “सिख समुदाय की शिकायतों के अनुसार, कुछ लोग समुद्र तटों या रिसॉर्ट्स पर गुरु ग्रंथ साहिब को स्थापित करके ‘आनंद कारज’ आयोजित करके ‘मर्यादा’ का उल्लंघन करते हैं। पंज सिंह साहिबान के संकल्प के अनुसार, इन स्थानों पर गुरु ग्रंथ साहिब की स्थापना के साथ ‘आनंद कारज’ आयोजित करने पर प्रतिबंध है।”

बैठक में अपनाए गए अन्य प्रस्तावों में, तख्त ने बठिंडा में गुरुद्वारे की प्रबंध समिति को बर्खास्त कर दिया, जहां हाल ही में दो महिलाओं का समलैंगिक विवाह कराया गया था।

फरमान के मुताबिक, कमेटी के सदस्य और पदाधिकारी कभी भी और कहीं भी गुरुद्वारा प्रबंधन का हिस्सा नहीं बन सकते।

तख्त दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह और तख्त केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी सुल्तान सिंह बैठक में शामिल होने वाले सिख पुजारी में से थे।

इससे पहले अकाल तख्त ने ‘आनंद कारज’ के लिए मैरिज पैलेसों, बैंक्वेट हॉल और होटलों में ‘सरूप’ लाने पर प्रतिबंध लगा दिया था।

Leave feedback about this

  • Service