उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सितंबर के अंत में अहीरवाल में चुनावी जंग को और रोमांचक बना देंगे।
वे रेवाड़ी से निवर्तमान विधायक एवं कांग्रेस उम्मीदवार चिरंजीव राव के पक्ष में चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे, जो अहीर नेता एवं कांग्रेस के ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैप्टन अजय सिंह यादव के पुत्र हैं।
अहीर समुदाय के प्रभुत्व वाले रेवाड़ी में यूपी और बिहार से बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर भी रहते हैं। स्थानीय राजनीतिक पर्यवेक्षक ने दावा किया कि दोनों नेताओं के दौरे से न केवल प्रवासियों और अहीर मतदाताओं को लुभाने में मदद मिलेगी, बल्कि रेवाड़ी और अहीरवाल क्षेत्र की अन्य सीटों पर कांग्रेस के अभियान को भी बढ़ावा मिलेगा।
चिरंजीव ने कहा, “अखिलेश और तेजस्वी दोनों हमारे रिश्तेदार हैं और अहीर समुदाय के शीर्ष नेताओं में से हैं। सत्ता में रहते हुए उन्होंने अपने राज्यों के विकास के लिए बहुत काम किया है। वे रेवाड़ी में मेरे लिए प्रचार करने के लिए सहमत हो गए हैं, लेकिन तारीखें अभी तय नहीं हुई हैं।”
दूसरी बार चुनाव मैदान में उतरे चिरंजीव अपनी अलग प्रचार शैली से लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। युवाओं से जुड़ने के लिए गली क्रिकेट में हाथ आजमाने के अलावा, वे किसानों से जुड़ने के लिए ग्रामीण इलाकों में ट्रैक्टर चलाते भी देखे गए।
अपनी चुनावी सभाओं में चिरंजीव ने बेरोजगारी, महंगाई और अग्निपथ योजना को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने गड्ढों वाली सड़कें, जलभराव और नगर निकायों में भ्रष्टाचार जैसे स्थानीय मुद्दे भी उठाए हैं।
चिरंजीव ने सेना में अहीर रेजिमेंट की मांग भी उठाई है। चिरंजीव ने यहां एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा, “अहीर रेजिमेंट का गठन मांग नहीं, बल्कि अधिकार है। मैंने इसके लिए ईमानदारी से प्रयास किए हैं। मैंने न केवल हस्ताक्षर अभियान चलाया, बल्कि इसके गठन के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के लिए पदयात्रा भी की। मैंने विधानसभा में भी इस मुद्दे को उठाया। सत्ता में आने पर कांग्रेस विधानसभा में रेजिमेंट के गठन का प्रस्ताव पारित करवाएगी और इसे लागू करने के लिए केंद्र को भेजेगी।”