लखनऊ, 17 जनवरी । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि महाकुंभ में अब तक 7 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। यह आंकड़े आधुनिक तकनीक के जरिए जारी किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को देश की टेक्नोलॉजी पर भी भरोसा नहीं रहा। इतना ही नहीं वह करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था को भी ठेस पहुंचा रहे हैं, जिसे सनातनी बर्दाश्त नहीं करेंगे।
भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि प्रदेश में जब अखिलेश यादव की सरकार थी, उस दौरान वर्ष 2013 में कुंभ हुआ था। तत्कालीन सरकार ने कुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए कोई व्यवस्था नहीं की थी। यही नहीं, सरकार की अनदेखी की वजह से सैकड़ों श्रद्धालु भगदड़ का शिकार हो गए थे और बड़ी संख्या में उनकी जान चली गई थी। इस घटना को आज भी देशवासी और श्रद्धालु भुला नहीं सकते।
उन्होंने कहा कि योगी सरकार के नेतृत्व में शांति और भव्य तरीके से महाकुंभ का आयोजन हो रहा है। इसकी गूंज देश-दुनिया में सुनाई दे रही है, लेकिन अखिलेश यादव के कानों में नहीं सुनाई दे रही है क्योंकि वह सनातनी नहीं, बल्कि विशेष समुदाय के अनुयायी हैं, इसलिए उन्हें सारी चीजें फर्जी नजर आ रही हैं।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अभी अखिलेश यादव के पास वक्त है। वह समय रहते संगम में स्नान करके अपने पापों का प्रायश्चित कर लें। प्रदेश की जनता उनकी सरकार द्वारा किए गए कुकृत्यों को माफ कर देगी, नहीं तो आने वाले समय में चाहकर भी सपा प्रमुख को यह मौका नहीं मिलेगा। फिर, उन्हें केवल पछतावा होगा।
उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के नोटबंदी के बयान पर कहा कि नोटबंदी से आज तक सपा उबर नहीं पाई है, इसलिए सपा प्रमुख को योगी सरकार द्वारा पिछले सात वर्षों में प्रदेश की बढ़ी जीडीपी नजर नहीं आ रही है।