समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव बुधवार को ग्रेटर नोएडा के बिसरख गांव पहुंचे, जहां उन्होंने स्वर्गीय जगत सिंह भाटी ग्रामीण टूर्नामेंट के विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरित किया। यह कार्यक्रम सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व युवा सभा नेता द्वारा आयोजित किया गया था। कार्यक्रम के दौरान अखिलेश यादव ने केंद्र और प्रदेश सरकार पर तीखे राजनीतिक हमले किए और कई मुद्दों पर सरकार को घेरा। अखिलेश यादव ने एनसीआर और वेस्टर्न यूपी में बढ़ते वायु प्रदूषण पर गहरी चिंता व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि पेड़ों की पत्तियों पर जम चुकी मोटी धूल इस बात का संकेत है कि लोगों के फेफड़ों का भी हाल खराब होता जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि न केंद्र सरकार और न ही यूपी सरकार ने पर्यावरण सुधार को कभी प्राथमिकता दी। उन्होंने कहा कि वेस्टर्न यूपी का कचरा कन्नौज तक पहुंच रहा है, जो बाद में गंगा में मिलता है, लेकिन गंगा की सफाई के नाम पर केवल बजट साफ हुआ, नदी नहीं।
अखिलेश यादव ने सर (समरी रिवीजन) के बहाने सरकार पर एनआरसी लागू करने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि यूपी में 5 करोड़ लोगों को दोबारा फॉर्म भरना पड़ेगा और बीएलओ बिना ट्रेनिंग के काम कर रहे हैं। यह पूरी प्रक्रिया वोट हटाने के लिए बनाई गई है, जोड़ने के लिए नहीं।
उन्होंने कहा, “अगर सर में वोट कटे, तो सरकार आपसे न जाने कौन सा कागज ढूंढवाएगी। यह सर नहीं एनआरसी है।” अखिलेश ने इलेक्शन कमीशन के मैपिंग एप पर भी गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह जांच होनी चाहिए कि कहीं ये वही कंपनी तो नहीं बना रही, जिसने बीजेपी को इलेक्टोरल बॉन्ड के माध्यम से पैसा दिया हो।
अखिलेश यादव ने दावा किया कि 2027 के चुनाव में योगी आदित्यनाथ की विदाई तय है। उन्होंने कहा कि जनता ही नहीं, बीजेपी के कई नेता भी मौजूदा मुख्यमंत्री को हटाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अखलाक मामले में तक केस वापस किए जा रहे हैं और सरकार कानून के नाम पर पक्षपात कर रही है।
उन्होंने कहा कि जेवर एयरपोर्ट का काम अभी पूरा नहीं हुआ है और इसकी अंतिम एनओसी सपा सरकार में दी गई थी। कोडीन कफ सिरप मामले पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि “इस मामले में बुलडोजर का ड्राइवर ही बुलडोजर छोड़कर भाग गया, क्योंकि इसमें स्वजातीय लोग शामिल हैं।”
ईवीएम पर दोबारा सवाल उठाते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि अमेरिका, जापान, और जर्मनी जैसे विकसित देश आज भी बैलेट पेपर से चुनाव कराते हैं। उन्होंने कहा कि यही सबसे बड़ा चुनाव सुधार होगा, जिसे भारत को भी अपनाना चाहिए। सरकार द्वारा रोहिंग्या और घुसपैठियों के मुद्दे पर कार्रवाई को लेकर अखिलेश ने कहा कि 11 साल बाद उन्हें ढूंढने की बात कहना सरकार की विफलता है।
फिल्म सिटी को लेकर उन्होंने कहा कि बीजेपी के पास इतने कलाकार मंत्री हैं कि उन्हें फिल्म सिटी की जरूरत ही नहीं। अखिलेश यादव ने कहा कि जो लोग पीडीए के परिवार का घर गंगाजल से धुलवाते हैं, महाकुंभ में मौतों का आंकड़ा छिपाते हैं और पीड़ितों को ब्लैक मनी देते हैं, वही असली ‘जंगली’ हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार में खुद मुख्यमंत्री तक को कभी माफिया कहा जा चुका है।


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