बाराबंकी, 17 मई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दलों पर एक बार फिर जोरदार निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पीएम पद को लेकर ये सब मुंगेरी लाल को भी पीछे छोड़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को बाराबंकी में एक चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि पीएम पद को लेकर ये सब मुंगेरी लाल को भी पीछे छोड़ रहे हैं। इनके सपनों की इंतहा देखिए, कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि रायबरेली के लोग प्रधानमंत्री चुनेंगे। ये सुनते ही समाजवादी शहजादे का दिल टूट गया, बस आंसू नहीं निकले, लेकिन दिल के सारे अरमान बह गए।
पीएम ने कहा कि आज एक तरफ देश हित के लिए समर्पित भाजपा-एनडीए गठबंधन है और दूसरी तरफ देश में अस्थिरता पैदा करने के लिए इंडी गठबंधन मैदान में है। जैसे-जैसे चुनाव आगे बढ़ रहा है, ये इंडी वाले ताश के पत्तों की तरह बिखरने शुरू हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि 100 सीसी के इंजन से आप 1,000 सीसी की रफ्तार ले सकते हैं क्या? आपको विकास की तेज रफ्तार चाहिए तो वो सिर्फ दमदार सरकार ही दे सकती है। भाजपा सरकार ही दे सकती है।
पीएम मोदी ने कहा कि आपको काम करने वाले और आपका भला करने वाले सांसद चाहिए। पांच साल मोदी को गाली देने वाले नहीं, क्षेत्र का विकास करने वाले सांसद चाहिए। इसके लिए आपके पास एक ही विकल्प है – कमल का निशान।
उन्होंने तंज करते हुए कहा कि जो बबुआ जी यानी समाजवादी शहजादे हैं, अब उन्होंने एक नई बुआ की शरण ली है। उनकी ये नई बुआ बंगाल में हैं। उनकी बंगाल वाली बुआ जी ने इंडी गठबंधन वालों को कहा है कि मैं आपको बाहर से सपोर्ट करूंगी। इंडी गठबंधन की एक और पार्टी ने दूसरे को कह दिया कि खबरदार अगर हमारे खिलाफ पंजाब में बोला।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहली बार वोट करने वाले युवाओं को तो पता भी नहीं होगा कि 500 साल के इंतजार के बाद अयोध्या के भव्य राम मंदिर में रामलला विराजमान हुए हैं। ऐसा सिर्फ आपके एक वोट के कारण हुआ है।
उन्होंने कहा कि रामलला को टेंट में पहुंचाने वाले सपा-कांग्रेस वाले अब राम मंदिर के फैसले को पलटने की बात कह रहे हैं। वो राम मंदिर को बेकार बता रहे हैं। ऐसे लोगों को ऐसी सजा देनी चाहिए कि उनकी जमानत जब्त हो जाए।
पीएम मोदी ने कहा कि जून बहुत दूर नहीं है। आज पूरा देश और पूरी दुनिया जानती है कि मोदी सरकार की हैट्रिक बनने जा रही है। नई सरकार में मुझे गरीबों, युवाओं, महिलाओं, किसानों के लिए बहुत सारे बड़े फैसले लेने हैं। इसलिए मैं बाराबंकी और मोहनलालगंज के लोगों से आशीर्वाद मांगने आया हूं।