पंजाब सरकार ने शुक्रवार को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) द्वारा पंजाब को हरियाणा को 8,500 क्यूसेक पानी छोड़ने के लिए मजबूर किए जाने के मुद्दे पर चर्चा की गई।बैठक की अध्यक्षता पंजाब भवन में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने की|अकाली दल की ओर से बलविंदर सिंह भुंडर और डॉ दलजीत सिंह चीमा ने बैठक में भाग लिया, जबकि कांग्रेस ने तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा और राणा केपी को नियुक्त किया था।
भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़ और वरिष्ठ पार्टी नेता मनोरंजन कालिया तथा आप अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने भी इस मुद्दे पर चर्चा की।
बसपा का प्रतिनिधित्व अवतार सिंह करुणपुरी और पार्टी विधायक नछत्तर पाल ने किया।
उल्लेखनीय है कि कल रात पंजाब सरकार ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक के लिए पंजाब बसपा के अध्यक्ष अवतार सिंह करीमपुरी, पंजाब भाजपा के अध्यक्ष सुनील जाखड़, आप पंजाब के अध्यक्ष अमन अरोड़ा, पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और सीपीआई मार्क्सवादी की पंजाब राज्य समिति के सचिव सुखविंदर सिंह सेखों को निमंत्रण भेजा था।
सेखों भी बैठक में शामिल हुए थे।
सरकार ने सोमवार को पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र भी बुलाया है।
इस बीच, पंजाब द्वारा हरियाणा को 8,500 क्यूसेक पानी छोड़ने से इनकार करने के बाद केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने आज दिल्ली में बीबीएमबी के सहयोगी राज्यों के मुख्य सचिवों/अधिकारियों की बैठक बुलाई है। बीबीएमबी ने बुधवार रात को पानी छोड़ने का आदेश दिया था।