February 2, 2025
Haryana

बदायूं: राजकीय सम्मान के साथ शहीद मोहित कुमार राठौड़ को अंतिम विदाई, शहादत पर पिता को गर्व बदायूं , 28 जुलाई (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में घुसपैठियों के हमले में मोहित कुमार राठौड़ ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। यूपी के बदायूं जिले में उनके पैतृक गांव सवानगर में उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। डीएम एसएसपी सहित तमाम अधिकारियों ने शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की। शहीद मोहित कुमार का शव जब तिरंगे में लिपटकर उनके गांव पहुंचा, तो परिजनों समेत पूरे गांव की आंखें नम हो गईं। जाबांज जवान के प्रति लोगों का सम्मान और चेहरे पर गर्व का भाव था। सैनिक सम्मान यात्रा में हजारों की संख्या में लोगों ने उन्हें अंतिम विदाई दी। जवान बेटे की शहादत से पिता नत्थू सिंह को गहरा सदमा लगा है। अंतिम संस्कार के दौरान वो कुछ बोलने की स्थिति में नजर नहीं आए, लेकिन देश के लिए जान न्योछावर करने के अपने बेटे के जज्बे से वो खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा की उनका बेटा वीरगति को प्राप्त हुआ है। बता दें कि मोहित साल 2017 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। वो अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे। उनकी तीन बहनें हैंं, और मां को देहांत पहले ही हो चुका था। मोहित की शादी डेढ़ साल पहले हुई थी। शनिवार को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में भारतीय सेना और घुसपैठियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। सुरक्षाबलों ने माच्छिल सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर बैट हमले को नाकाम कर एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को मार गिराया था। इस मुठभेड़ में मोहित कुमार राठौड़ शहीद हो गए, जबकि मेजर समेत चार जवानों के घायल हो गए। सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर कर सर्च अभियान शुरू कर दिया है। –आईएएनएस एसएम/सीबीटी

Ambedkar Nagar: Shreya was offered a job in Mother Dairy Company, went to Delhi to prepare for UPSC.

बदायूं , 28 जुलाई। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में घुसपैठियों के हमले में मोहित कुमार राठौड़ ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। यूपी के बदायूं जिले में उनके पैतृक गांव सवानगर में उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। डीएम एसएसपी सहित तमाम अधिकारियों ने शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की।

शहीद मोहित कुमार का शव जब तिरंगे में लिपटकर उनके गांव पहुंचा, तो परिजनों समेत पूरे गांव की आंखें नम हो गईं। जाबांज जवान के प्रति लोगों का सम्मान और चेहरे पर गर्व का भाव था। सैनिक सम्मान यात्रा में हजारों की संख्या में लोगों ने उन्हें अंतिम विदाई दी।

जवान बेटे की शहादत से पिता नत्थू सिंह को गहरा सदमा लगा है। अंतिम संस्कार के दौरान वो कुछ बोलने की स्थिति में नजर नहीं आए, लेकिन देश के लिए जान न्योछावर करने के अपने बेटे के जज्बे से वो खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा की उनका बेटा वीरगति को प्राप्त हुआ है।

बता दें कि मोहित साल 2017 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। वो अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे। उनकी तीन बहनें हैंं, और मां को देहांत पहले ही हो चुका था। मोहित की शादी डेढ़ साल पहले हुई थी।

शनिवार को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में भारतीय सेना और घुसपैठियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। सुरक्षाबलों ने माच्छिल सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर बैट हमले को नाकाम कर एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को मार गिराया था। इस मुठभेड़ में मोहित कुमार राठौड़ शहीद हो गए, जबकि मेजर समेत चार जवानों के घायल हो गए। सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर कर सर्च अभियान शुरू कर दिया है।

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