शिमला, 9 अगस्त अत्यधिक आवश्यक राजस्व जुटाने के लिए मंत्रिमंडल ने आज हिमाचल प्रदेश लघु खनिज (रियायत) तथा खनिज (अवैध खनन, परिवहन एवं भण्डारण निवारण) नियम, 2015 में संशोधन करने का निर्णय लिया।
निजी भूमि की नीलामी की अनुमति देना नये प्रावधानों के तहत, खनन के लिए उपलब्ध उपयुक्त निजी भूमि को खनिजों के निष्कर्षण के लिए नीलामी में रखा जा सकेगा।
संशोधनों से नदी तल पर खनन की स्वीकार्य गहराई एक मीटर से बढ़ाकर दो मीटर कर दी जाएगी। इसके अलावा, दूध उपकर के रूप में 2 रुपये प्रति टन, इलेक्ट्रिक वाहन शुल्क के रूप में 5 रुपये प्रति टन और ऑनलाइन शुल्क के रूप में 5 रुपये प्रति टन वसूले जाएंगे।
मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में कई संशोधनों को मंजूरी दी गई, जिनका उद्देश्य राज्य भर में बड़े पैमाने पर हो रहे अवैध खनन पर रोक लगाना है, जिसके कारण राज्य के खजाने को भारी नुकसान हो रहा है।
नए प्रावधानों के तहत, खनन के लिए उपलब्ध उपयुक्त निजी भूमि को खनिजों के निष्कर्षण के लिए नीलामी में रखा जा सकता है। यह भूमि मालिकों की सहमति से किया जा सकता है, जिन्हें वार्षिक बोली राशि का 80 प्रतिशत देने की पेशकश की जाएगी।
एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय में, नदी तल पर खनिज उत्खनन के लिए मशीनरी के उपयोग की अनुमति दी जाएगी। इससे व्यवस्थित, वैज्ञानिक और टिकाऊ खनन को बढ़ावा मिलने और खनिजों की बढ़ती मांग को पूरा करने में मदद मिलने की उम्मीद है।
नदी तल पर खनन की स्वीकार्य गहराई को भी मौजूदा एक मीटर से बढ़ाकर दो मीटर कर दिया गया है। हर मानसून के बाद कृषि क्षेत्रों से दो मीटर की गहराई तक रेत और बजरी निकालने की अनुमति देने का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा, इसे गैर-खनन गतिविधि माना जाएगा।
नए संशोधनों के तहत सरकार को इलेक्ट्रिक वाहन शुल्क के रूप में 5 रुपये प्रति टन, ऑनलाइन शुल्क के रूप में 5 रुपये प्रति टन और दूध उपकर के रूप में 2 रुपये प्रति टन वसूलने की अनुमति होगी। गैर-खनन गतिविधियों के माध्यम से उत्पादित सामग्रियों के उपयोग के लिए, रॉयल्टी के 75 प्रतिशत के बराबर प्रसंस्करण शुल्क – 140 रुपये प्रति टन – सरकार को देय होगा।
कैबिनेट ने पशुपालन विभाग में ग्राम पंचायत पशु चिकित्सा सहायकों के मुद्दे को सुलझाने के लिए एक उप-समिति का गठन भी किया है। इस समिति की अध्यक्षता कृषि मंत्री चंद्र कुमार करेंगे, जबकि राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी और उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान उप-समिति के सदस्य होंगे।