अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक अवैध अप्रवासी को अमेरिका से वापस भेजकर अमेरिकी विमान से अमृतसर एयरपोर्ट भेजा था। अब खबर आ रही है कि आज शाम 119 भारतीयों को लेकर एक और विमान अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरेगा।
आपको बता दें कि अमेरिका से अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर आ रहे विमान को अमृतसर हवाई अड्डे पर उतारने के भारत सरकार के फैसले का कड़ा विरोध करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने इस कदम को पंजाब और पंजाबियों को बदनाम करने की केंद्र सरकार की गहरी साजिश बताया।
कल सीएम मान ने कहा कि पंजाब भारत के सबसे बड़े खाद्यान्न उत्पादक और देश की रीढ़ के रूप में जाना जाता है, लेकिन भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार राज्य को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। उन्होंने कहा कि अमेरिका से निकाले गए भारतीयों को लेकर आए विमान को अमृतसर में उतारना भारत सरकार द्वारा पंजाब की छवि को वैश्विक स्तर पर खराब करने की एक और सोची-समझी साजिश है। भगवंत सिंह मान ने विदेश मंत्रालय द्वारा इस विमान को उतारने के लिए अमृतसर को चुनने के कदम पर सवाल उठाया, जबकि देश में सैकड़ों अन्य हवाई अड्डे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने यह मुद्दा पहले ही विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय के समक्ष उठाया था, लेकिन उनसे कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले एक विमान अमृतसर में उतरा था और अब बिना किसी ठोस कारण के दो और विमान उतारे जा रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाबियों को इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि प्रधानमंत्री और उनकी पार्टी पंजाबियों को पसंद नहीं करती, जबकि इतिहास के पन्नों में यह सच्चाई भी दर्ज है कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान शहीद होने, जेल जाने या निर्वासित होने वालों में 90 प्रतिशत से अधिक लोग पंजाब से थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह विदेश मंत्रालय की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह स्पष्ट करे कि पंजाब, विशेषकर अमृतसर को क्यों चुना गया। उन्होंने कहा कि पड़ोसी दुश्मन देश अमृतसर से 40 किलोमीटर दूर होने के बावजूद यहां अमेरिकी सैन्य विमान उतारा जा रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि जब राज्य सरकार यहां से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने की मांग करती है तो कई बेतुके कारणों का हवाला देकर मांग को खारिज कर दिया जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए निर्वासित लोगों को लेकर आ रहे विमान को बिना किसी औचित्य के यहां उतारा जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को लेकर आ रहा विमान हिंडन हवाई अड्डे पर उतारा जा सकता है और राफेल जेट अंबाला में उतारा जा सकता है तो फिर इस विमान को देश के किसी अन्य हिस्से में क्यों नहीं उतारा जा सकता। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अवैध आव्रजन सिर्फ पंजाब की समस्या नहीं है, बल्कि यह एक राष्ट्रीय समस्या है और इससे यह धारणा बन रही है कि पंजाब इससे सबसे ज्यादा प्रभावित है, इसलिए केवल पंजाबियों को ही अमेरिका से निकाला जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि खुद को विश्व गुरु कहने वाले लोग भारतीयों के अधिकारों की रक्षा करने में विफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह देश की विदेश नीति की बड़ी विफलता है, क्योंकि जिस समय मोदी अपने मित्र डोनाल्ड ट्रंप से हाथ मिला रहे थे, उसी समय जंजीरों में जकड़े भारतीयों को सैन्य विमान से वापस भेजा जा रहा था। भगवंत सिंह मान ने कहा कि मोदी को इस यात्रा से आत्मप्रशंसा के अलावा कुछ हासिल नहीं हुआ और ट्रंप ने जंजीरों में जकड़े भारतीयों को उनकी मातृभूमि पर भेजकर मोदी को बदले में उपहार दिया है।