तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा के 90वें जन्मदिन के जश्न के बीच एक नाटकीय घटनाक्रम में, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को मैक्लोडगंज में एक स्थानीय संचार केंद्र के मालिक के परिसर पर छापा मारा। उस पर भारत और विदेश में सक्रिय खालिस्तानी कार्यकर्ताओं से संबंध होने का संदेह है।
सूत्रों ने बताया कि यह छापेमारी दलाई लामा के जन्मदिन समारोह में भाग लेने के लिए आने वाले कई अति विशिष्ट व्यक्तियों की यात्रा को लेकर बढ़ी हुई सुरक्षा चिंताओं के कारण की गई।
मैक्लोडगंज पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) दीपक कुमार ने कहा कि स्थानीय पुलिस को एनआईए की कार्रवाई के बारे में पहले से जानकारी नहीं दी गई थी। उन्होंने कहा, “हम विवरण का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। यह उच्च-स्तरीय सुरक्षा चिंताओं से संबंधित प्रतीत होता है।”
धर्मशाला स्थित एक अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह छापेमारी खालिस्तानी समूहों को लाभ पहुंचाने वाली कथित आतंकवादी वित्तपोषण गतिविधियों से जुड़ी हुई थी।
जांच के दायरे में आए व्यक्ति की पहचान सनी के रूप में हुई है, जो दलाई लामा के मंदिर के पास संचार केंद्र चलाने वाले घिंद्रो राम का बेटा है। बताया जाता है कि उसकी शादी एक रूसी नागरिक से हुई है जो कई सालों से उसके साथ मैक्लोडगंज में रह रही है।
रिपोर्ट लिखे जाने तक सनी के घर और उनके व्यापारिक प्रतिष्ठान पर एनआईए की छापेमारी जारी थी। एजेंसी ने फोरेंसिक जांच के लिए दस्तावेज, कंप्यूटर हार्ड ड्राइव और मोबाइल फोन समेत कई सामान जब्त किए हैं।
सूत्रों ने बताया कि सनी के बैंक ट्रांजैक्शन और विदेशी मुद्रा विनिमय गतिविधियों ने संदेह पैदा किया है। विदेशी व्यक्तियों, खास तौर पर खालिस्तानी नेटवर्क से जुड़े लोगों के साथ उसके संभावित संबंधों की जांच की जा रही है।