रोहतक शहर के निवासियों को लगातार हो रही बारिश के कारण सड़कों, गलियों, बाजारों, पार्कों, स्कूलों, सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं और पीजीआईएमएस जैसे संस्थानों में जलभराव की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
शहर में आज भी बारिश जारी रही, जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया और निवासियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा। बारिश ने कई सड़कों को क्षतिग्रस्त कर दिया है और नए गड्ढे बना दिए हैं। गड्ढों और जलभराव वाली सड़कों ने शहर में आवागमन को जोखिम भरा बना दिया है।
संत नगर क्षेत्र के निवासी विकास गुप्ता ने दुख जताते हुए कहा, “सड़कों पर बने गड्ढे बारिश के पानी में डूब जाते हैं, जिससे कई दुर्घटनाएं होती हैं, क्योंकि वाहन चलाने वाले लोग उन्हें देख नहीं पाते।”
लगातार बारिश ने शहर की सफाई व्यवस्था को और भी बदतर बना दिया है। सड़कों के किनारे और बारिश के पानी में बिखरे कूड़े के ढेर देखे जा सकते हैं, जो एक भयावह तस्वीर पेश करते हैं। पुराने शहर के इलाकों में आवासीय कॉलोनियों में डेयरियों की मौजूदगी भी एक बड़ी चुनौती है।
गांधी कैंप इलाके के निवासी जगदीश लाल ने कहा, “हमारे इलाके में कई डेयरियाँ हैं, जिसकी वजह से सफ़ाई बनाए रखना हमेशा एक चुनौती बना रहता है। हर बार बारिश के बाद स्थिति और भी बदतर हो जाती है।”
इस बीच, रोहतक के उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने शहर में जमा बरसाती पानी की निकासी के प्रबंधों का निरीक्षण किया। उपायुक्त ने जनस्वास्थ्य एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ शहर में विभिन्न स्थानों पर जल निकासी कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को जल निकासी कार्य जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।
दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के बाद शहर के कई इलाकों में पानी भर गया है। हालाँकि पानी निकालने के लिए लगातार पंप चलाए जा रहे हैं, लेकिन लगातार बारिश ने प्रशासन के प्रयासों को विफल कर दिया है।
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) के संपदा अधिकारी एवं उप-मंडल मजिस्ट्रेट आशीष कुमार ने कहा कि शहर के सेक्टरों से वर्षा जल निकासी की व्यवस्था की गई है।