केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि कुछ ताकतें जेल में बंद खालिस्तानी अलगाववादी और खडूर साहिब से लोकसभा सांसद अमृतपाल सिंह की मां बलविंदर कौर पर उनके ‘खालिस्तानी समर्थक नहीं’ वाले बयान के लिए दबाव बना रही हैं।
मीडिया को संबोधित करते हुए बिट्टू ने कहा, “सांसद बनने के बाद उन्होंने भारत के संविधान की शपथ ली है। उन्होंने संविधान के नाम पर शपथ ली है और अब वह देश और पंजाब के कल्याण के लिए काम करेंगे। ‘उसे किसी खालिस्तान का भला थोड़ी उन्हें करना है, या खालिस्तान की थोड़ी बात करनी है।’ कुछ ताकतों द्वारा परिवार पर दबाव बनाया जा रहा है। उनकी मां ने बहुत अच्छी बात कही और हमें उनका समर्थन करना चाहिए… लोगों ने उन्हें संविधान के अनुसार वोट दिया और उन्होंने भी भारत के संविधान के नाम पर शपथ ली।”
5 जुलाई को बलविंदर कौर ने कहा, “वह (अमृतपाल) खालिस्तानी समर्थक नहीं है। क्या पंजाब के बारे में बोलना, पंजाब के युवाओं को बचाना उसे खालिस्तानी समर्थक बनाता है? उसने संविधान के दायरे में चुनाव लड़ा और अब उसे (खालिस्तानी समर्थक) नहीं कहा जाना चाहिए। उसने भारत के संविधान की शपथ ली है।”
इससे पहले खडूर साहिब से सांसद ने अपनी मां के बयान पर नाराजगी जताते हुए कहा कि खालसा राज्य का सपना देखना कोई अपराध नहीं है, यह गर्व की बात है।
एक्स पर एक पोस्ट में अमृतपाल ने पंजाबी में लिखा, “आज जब मुझे माता जी द्वारा कल दिए गए बयान के बारे में पता चला तो मेरा मन बहुत दुखी हुआ। खालसा राज्य का सपना देखना कोई अपराध नहीं है, यह गर्व की बात है। इस सपने के लिए अनगिनत सिखों ने अपनी जान कुर्बान की है और हम इस पवित्र मार्ग से पीछे हटने का सपना भी नहीं देख सकते। मैंने कई बार मंच से बोलते हुए कहा है कि अगर मुझे पंथ और परिवार के बीच चुनना पड़ा, तो मैं हमेशा पंथ को चुनूंगा।”
अमृतपाल सिंह ने 5 जुलाई को संसद परिसर में भारी सुरक्षा के बीच संसद सदस्य के रूप में शपथ ली।