पराली जलाने से रोकने के लिए डिप्टी कमिश्नर अमृतसर साक्षी साहनी, एसएसपी चरणजीत सिंह और कृषि अधिकारी तजिदर सिंह ने खेतों का दौरा किया और किसानों से पराली जलाने से बचने की अपील की।
गांव के दौरे के दौरान डीसी ने किसानों को वैकल्पिक तरीकों को तलाशने की सलाह दी, जैसे खेतों की जुताई करना या भविष्य में उपयोग के लिए पुआल की गांठें बनाना।
डिप्टी कमिश्नर ने किसानों से बातचीत की और पराली जलाने के नुकसानदेह प्रभावों के बारे में जागरूकता फैलाई। उन्होंने कहा कि प्रशासन स्वच्छ वातावरण बनाए रखने और जन स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए किसानों से सहयोग चाहता है।
उन्होंने कहा कि सरकार का रुख किसानों की भलाई को प्राथमिकता देता है, जबकि टिकाऊ कृषि पद्धतियों की आवश्यकता पर बल देता है। पर्यावरण अनुकूल तरीकों को अपनाकर, किसान स्वस्थ पर्यावरण में योगदान दे सकते हैं और पराली जलाने से जुड़े खतरों को कम कर सकते हैं।
जिला पुलिस प्रमुख एस. चरणजीत सिंह ने इस प्रथा को नियंत्रित करने वाले सरकार के सख्त कानूनों पर जोर दिया। हालांकि, उन्होंने किसानों के साथ दयालुता से पेश आने के महत्व को स्वीकार किया और उन्हें “भाई” बताया।
सिंह ने किसानों को भविष्य में उपयोग के लिए वैकल्पिक तरीकों की तलाश करने की सलाह दी। मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. तजिंदर सिंह और अन्य अधिकारी भी किसानों को सहयोग देने के लिए प्रशासन की प्रतिबद्धता पर जोर दे रहे थे।