करनाल, पिस्टल निशानेबाज अनीश भानवाला के माता-पिता को बेटे से पेरिस ओलंपिक में पदक की पूरी उम्मीद है। पेरिस ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले अनीश एक पिस्टल शूटर हैं, जिनका जन्म 26 सितंबर 2002 को हुआ था। वे हरियाणा के करनाल जिले से हैं और 25 मीटर रैपिड फायर एयर पिस्टल में माहिर हैं।
एक समय ऐसा था जब अंतरराष्ट्रीय शूटर अनीश ने मॉडर्न पेंटाथलॉन गेम (इसमें पांच खेल पिस्टल शूटिंग, फेंसिंग, स्विमिंग, हॉर्स राइडिंग और रनिंग शामिल है) से शुरुआत की थी। लेकिन पढ़ाई और पांच खेलों का प्रशिक्षण एक साथ मैनेज करना थोड़ा मुश्किल था। इसलिए मॉडर्न पेंटाथलॉन को छोड़कर अनीश ने शूटिंग पर फोकस किया।
उसके बाद अनीश ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। वह टीम और व्यक्तिगत निशानेबाजी में कई पदक जीत चुका है। साथ ही जूनियर चैंपियनशिप और सीनियर चैंपियनशिप, एशियन गेम्स में भी उनका दबदबा रहा है। अनीश 2017 से भारतीय निशानेबाजी टीम का हिस्सा हैं।
अनीश का नाम पहली बार सुर्खियों में तब आया जब उन्होंने 2018 में ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स के 25 मीटर रैपिड फायर में देश को स्वर्ण पदक दिलाया था। इस समय वह मात्र 15 साल के थे और 10वीं कक्षा में पढ़ते थे। अनीश के पिता ने बताया कि उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मन की बात में अनीश की सराहना की थी।
कर्ण नगरी के निशानेबाज अनीश ने 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में पेरिस ओलंपिक का टिकट हासिल किया है। उनके परिवार और पूरे देश की उम्मीद उनसे गोल्ड की है।
अनीश के पिता मलखान सिंह ने कहा, मैं अनीश को बस यही कहूंगा कि वो ओलंपिक में अपना बेस्ट प्रदर्शन करे। मैं पूरे परिवार और देशवासियों की तरफ से उसे शुभकामनाएं देता हूं। 25 मीटर रैपिड फायर इवेंट काफी मुश्किल होता है। इसमें 4 सेकंड के अंदर 5 राउंड फायर करने होते हैं। इसमें दिमाग बहुत शांत रखना पड़ता है और टेक्निक पर भी ध्यान देना होता है। भगवान की कृपा से अनीश की तैयारी बहुत अच्छी रही है, उम्मीद यही है कि वो अच्छा प्रदर्शन करे।”
अनीश की मां पूनम ने कहा, ”अनीश ने पिछले 10 वर्षों में कड़ी मेहनत की है। 2020 में वो ओलंपिक में बेहद करीब था लेकिन पेरिस ओलंपिक में उसने आखिरकार क्वालीफाई किया। हम सभी बेहद खुश हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि अनीश अपना बेस्ट प्रदर्शन करे और देश का मान बढ़ाए।”
अनीश के भाई ने भी उनके ओलंपिक सफर की सराहना करते हुए कहा कि उसने कड़ी मेहनत की है। चाहे टूर्नामेंट या इवेंट कोई सा भी हो उसने हमेशा अपना बेस्ट देने के लिए हर मुमकिन कोशिश की।
अनीश की मां भगवान से प्रार्थना कर रही है कि बेटे का पहला ओलंपिक है और वो मेडल जरूर जीते। भाई भी खुश है और उसने बताया कि अनीश उसके साथ वहां के अनुभव शेयर कर रहा है, ऐसे में सभी को उम्मीद है कि भारत का 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में मेडल आएगा और अनीश भानवाला देश का नाम रोशन करेगा।
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